ग़ौसे आज़म फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हज़रत मौलाना मोहम्मद सैफुल्लाह ख़ां अस्दक़ी साहब ने सर्द रात में, सर्द हवाओं के बीच हक़ीक़ी ज़रूरतमंदों को कंबल बांटने के दौरान कहा कि मस्जिदों/ मंदिरों/ गुरूद्वारों/ गिरजाघरों के इमामों/ पंडितों/ ज्ञानियों/ पादरियों को भी रातों में निकलकर अपने अपने इलाक़ों में ग़ौसे आज़म फाउंडेशन के सदस्यों की तरह काम करना चाहिए और ग़रीबों, यतीमों, विधवाओं, हक़ीक़ी ज़रूरतमंदों की मदद करनी चाहिए।
अस्दक़ी ने कहा कि अगर आप अकेले नहीं कर सकते हैं तो आपके लिए ग़ौसे आज़म फाउंडेशन दरवाज़ा खुला हुआ है। आइए! ग़ौसे आज़म फाउंडेशन के बैनर के नीचे हम सब मिलकर लोगों की मदद करें और देश में प्यार की गंगा बहाएंं।