वक़्त ऐक अ़ज़ीम नेअ़मत है,इस की क़द्र करें।…… सय्यद पीर नुरुल्लाह शाह बुखारी!
हर साल की तरह इस साल भी सरज़मीने चिनाणियों की ढाणी [मिठे का तला] में 29 रबीउल ग़ौष 1443 हिजरी मुताबिक़ 05 दिसम्बर 2021 ईस्वी बरोज़: रविवार इन्तिहाई शान व शौकत और अ़क़ीदत व मुहब्बत के साथ जल्सा-ए-ग़ौषे आज़म का एहतिमाम किया गया गया।
जल्से की शुरुआ़त तिलावते कलामे रब्बानी से की गई।
फिर इलाक़ा-थार के मुख्तलिफ दीनी इदारों बिल्खुसूस दारुल उ़लूम अनवारे मुस्तफा सेहलाऊ शरीफ के कुछ होनहार तल्बा नअ़त व मन्बक़त और तक़ारीर पेश कीं।
बादहु यके बाद दीगरे इन उ़ल्मा-ए-किराम ने मौक़े और हालात के मुताबिक़ मुख्तलिफ उ़न्वानात पर खिताबात किए।
★हज़रत मौलाना अ़ब्दुल हलीम साहब सोहर्वर्दी खतीब व इमाम जामा मस्जिद कोनरा…★हज़रत मौलाना जमालुद्दीन साहब क़ादरी अनवारी मुदर्रिस:दारुल उ़लूमअनवारे मुस्तफा सेहलाऊ शरीफ…★हज़रत मौलाना खान मुहम्मद साहब क़ादरी अनवारी [मिठे का तला],खतीब व इमाम बागावास…★
जब कि खुसूसी नअ़्त ख्वाँ की हैषियत से वासिफे शाहे हुदा हज़रत हाफिज़ व क़ारी अ़ताउर्रहमान साहब क़ादरी अनवारी जोधपुर ने कई नअ़्त व मनाक़िब पढ़ कर मज्मा में वज्द की कैफियत तारी कर दी।
आखिर में खतीबे खुसूसी पीरे तरीक़त रहबरे राहे शरीअ़त नूरुल उ़ल्मा हज़रत अ़ल्लामा अल्हाज सय्यद नूरुल्लाह शाह बुखारी मद्द ज़िल्लहुल आ़ली मुहतमिम व शैखुल हदीष:दारुल उ़़लूम अनवारे मुस्तफा सेहलाऊ शरीफ ने बुज़ुर्गाने दीन की सीरत की रोशनी में इन्तिहाई इस्लाही व नासिहाना तक़रीर की।
आप ने अपने खिताब के दौरान लोगों को अअ़माले सालिहा [नेक कामों] की जानिब राग़िब करने के साथ वक्त की क़द्र व क़ीमत भी बताई,और बेजा वक़्त बर्बाद करने वालों को सख्त तंबीह भी की।……और साथ ही साथ लोगों को खौफे खुदावंदी अपने दिलों मे पैदा करने, नमाज़ व दीगर अरकाने इस्लाम की पाबंदी करने की ताकीद व तल्क़ीन की।……
निज़ामत की ज़िम्मेदारी तलीक़ुल्लिसान हज़रत मौलाना अ़ली मुहम्मद साहब क़ादरी अशफाक़ी जोधपुर ने बहुस्न व खूबी निभाई।
इस दीनी प्रोग्राम में खुसूसियत के साथ यह हज़रात शरीक हुए!
★अदीबे शहीर हज़रत मौलाना मुहम्मद शमीम अहमद साहब नूरी मिस्बाही…★हज़रत मौलाना दिलावर हुसैन साहब क़ादरी सदर मुदर्रिस:दा:उ़:अनवारे मुस्तफा सेहलाऊ शरीफ…★हज़रत मौलाना ग़ुलाम रसूल साहब क़ादरी खतीब व इमाम जामा मस्जिद इटादा…★हज़रत मौलाना बाक़िर हुसैन साहब क़ादरी अनवारी…★हज़रत मौलाना अ़ब्दुश्शकूर साहब अनवारी मिठे का तला…★हज़रत मौलाना सखरुद्दीन साहब क़ादरी…★हाफिज़ बरकत अ़ली साहब क़ादरी…★हाफिज़ अ़ब्दुर्रहीम साहब क़ादरी…★मौलाना अ़ब्दुर्रसूल साहब क़ादरी अनवारी…★मौलाना मुहम्मद इदरीस साहब अनवारी…★क़ारी अरबाब अ़ली क़ादरी अनवारी…★ क़ारी मुहम्मद उ़स्मान साहब क़ादरी…
★हाजी अ़ब्दुलग़फूर साहब पुर्व राज्य मंत्री राजस्थान सरकार…★हाजी शेर खान मैनेजर, सरपंच मिठे का तला…★ सरपंच ताहर मुहम्मद इटादा…★ सरपंच क़ादर बख्श इटादा खुर्द…★खलीफा हाजी साहेबना खान समेजा हरपालिया…★मास्टर क़मरुद्दीन समेजा…★मास्टर मुहम्मद हाशिम समेजा सींहार…★
डाक्टर मुहब्बत अ़ली कोनरा……
यह जल्सा सलातो सलाम और क़िब्ला पीर साहब की दुआ़ पर इख्तिताम पज़ीर हुवा।
रिपोर्टर:(मौलाना)खैर मुहम्मद क़ादरी [मिठे का तला]… मुदर्रिस:दारुल उ़़लूम अनवारे मुस्तफा सेहलाऊ शरीफ, बाड़मेर (राज:)