मिठौरा/परसौनी (महराज गंज) 1अक्टूबर
मिठौरा ब्लाक के अंतर्गत ग्राम सभा परसौनी बाजार में स्थित प्रसिद्ध मदरसा दारुल उलूम अहले सुन्नत कुददूसीया फखरुल उलूम फखरुल औलिया हुजुर सुफी सैय्यद फखरुद्दीन अलैहिर रहमत व रिज़वान का उर्स सरापा कुदस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया
उर्स की संरक्षा पीरे तरीक़त हज़रत सुफी सैय्यद गुलाम गौस मियां व पीरे तरीक़त हज़रत सुफी सैय्यद अब्दुल हफीज उर्फ परवेज़ बाबू सज्जादा नशीन ने संयुक्त रूप से की जबकि अध्यक्षता हज़रत मौलाना तजम्मुल हुसैन अमजदी प्रधानाचार्य दारुल उलूम कुददुसीया फखरुल उलूम ने की संचालन हज़रत मौलाना क़ासिम अली मिस्बाही अध्यापक दारुल उलूम कुददूसीया फखरुल उलूम ने की
मदरसा के प्रधानाचार्य मौलाना तजम्मुल हुसैन अमजदी ने संवाददाता से बताया कि हर वर्ष उर्स के पावन अवसर पर आयोजित समारोह में मदरसा से न उत्तीर्ण होने वाले छात्र एवं छात्राओं को दसतार व सरटीफिकेट से सम्मानित किया जाता था जिसमें हजारों की संख्या में लोग शामिल होते थे लेकिन इस वर्ष करोना महामारी को देखते हुए दसतार बन्दी का समारोह आयोजित नहीं किया गया
प्रशासन द्वारा जारी गाइड लाइन के अनुसार फखरुल मसाजिद में उर्स का प्रयोग आयोजित किया गया ! प्रोग्राम को संबोधित करते हुए मौलाना नुरुजजमा निजामी , मौलाना ताहिर अज़ीजी ने कहा कि हुजूर फखरुल औलिया ने तबलीगे दीन का जो फरीजा अंजाम दिया है वह आबे जर से लिखने के काबिल है मौलाना फखरुद्दीन गौसी , मौलाना कौसर इमाम क़ादरी ने कहा कि औलिया अल्लाह के महबूब बन्दे होते हैं उन से मोहब्बत करना इमान व अमल की हिफाजत का जामिन है
इस के साथ ही अन्य उलमा-ए-कराम ने नात व मनकबत के अशआर पेश किये अंत में कुल शरीफ व सलाम के बाद मुल्क व मिल्लत के विकास और करोना वायरस के खातमे की दुआ के साथ प्रोग्राम समाप्त हुआ
इस अवसर पर मौलाना उसमान गनी,मौलाना उमर निजामी,मौलाना जियाउददीन निजामी कारी अजीमुददीन ,मौलाना शमीम मिसबही आदी उपस्थित रहे

रिपोर्टर। मोहम्मद रमजान अमजदी
चीफ़ एडीटर माहनामा इस्लामी किरण महराज गंज
9839612051