जयपुर । गुरूवार (जुमरात), 26 अगस्त, ज़ोहर की नमाज़ के बाद (दोपहर 3 बजे) झोटवाड़ा स्थित ग़ौसे आज़म फाउंडेशन के पंजीकृत प्रधान कार्यालय में निकाह के रजिस्टरों का लोकार्पण किया जाएगा और 27 अगस्त, शुक्रवार को (जुमआ की नमाज़ के बाद) शास्त्री नगर स्थित, रज़ा मस्जिद में रजिस्टर्ड़ क़ाज़ियों का भव्य स्वागत किया जाएगा।
ग़ौसे आज़म फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हज़रत मौलाना मोहम्मद सैफुल्लाह ख़ां अस्दक़ी, अशरफ़ी, चिश्ती, क़ादरी ने बताया कि फाउंडेशन अभी तक 6 आलिमों/ इमामों को रजिस्टर्ड़ क़ाज़ी नियुक्त कर चुका है और ग़ौसे आज़म फाउंडेशन का निकाह पढ़ाने का रजिस्टर भी बड़ी संख्या में छप चुका है तथा इसका लोकार्पण, आलिमों/ इमामों एवंम क़ौम की मौजूदगी में पंजीकृत प्रधान कार्यालय झोटवाड़ा में, गुरूवार को किया जाएगा। जिसमें ग़ौसे आज़म फाउंडेशन के सभी पदाधिकारीगण उपस्तिथ रहेंगे। लोकार्पण के मुख्य अतिथि आले रसूल, औलादे अली, हज़रत सय्यद मोहम्मद रफ़ीअ़ रज़वी, चिश्ती, क़ादरी होंगे।
अस्दक़ी ने बताया कि ग़ौसे आज़म फाउंडेशन का रजिस्टर्ड़ क़ाज़ी बनने के लिए, एक प्रार्थना पत्र (दरख़्वास्त), एक स्टाम्प, एक फोटो और आलिम, मौलवी, मुफ़्ती, हाफ़िज़ या क़ारी वग़ैरा का सर्टिफिकेट पंजीकृत प्रधान कार्यालय झोटवाड़ा में, जमा करना अनिवार्य है। उसके बाद ही ग़ौसे आज़म फाउंडेशन रजिस्टर्ड़ क़ाज़ी का नियुक्ति पत्र जारी करता है।
रज़ा मस्जिद के सदर (अध्यक्ष) अबदुल वहीद (मुन्ना भाई) ने बताया कि रज़ा मस्जिद के इमाम, हज़रत मौलाना मोहम्मद अयाज़ अहमद रज़वी को ग़ौसे आज़म फाउंडेशन ने रजिस्टर्ड़ क़ाज़ी नियुक्त किया है। इस खुशी के मौक़े पर 27 अगस्त, जुमआ की नमाज़ के बाद, हमारी मस्जिद के इमाम, हज़रत मौलाना क़ाज़ी मोहम्मद अयाज़ अहमद रज़वी के साथ साथ, शास्त्री नगर की आइशा मस्जिद के इमाम, हज़रत मौलाना क़ाज़ी अमानुर्रहमान रज़वी, सांगानेर की करीम मनहार वाली मस्जिद के इमाम, हज़रत मौलाना क़ाज़ी मोहम्मद अनसार रज़ा अशरफ़ी, सीतापुरा दरगाह मस्जिद के इमाम, हज़रत मौलाना क़ाज़ी मोहम्मद उसमान रज़ा ज़ियाई, मदरसा फैज़ाने इमाम अहमद रज़ा के संस्थापक, हज़रत मौलाना क़ाज़ी अबदुल हमीद रज़ा नूरी अज़हरी और शांति नगर, हसनपुरा के हज़रत मौलाना क़ाज़ी मुनतज़िम रज़ा अलीमी का भव्य स्वागत किया जाएगा, जिसमें मुख्य अतिथि, ग़ौसे आज़म फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष, हज़रत मौलाना मोहम्मद सैफुल्लाह ख़ां अस्दक़ी, अशरफ़ी, चिश्ती, क़ादरी होंगे।