जयपुर (GAF MEDIA REPORTER)। कोरोना महामारी में जहां हज़ारों की संख्या में मौते हो चुकी हैं, वहीं लॉक डाउन लग जाने के कारण लोगों को भूखे मरने पर मजबूर कर रही है। ऐसे नाज़ुक हालात में ग़ौसे आज़म फाउंडेशन अपनी ताक़त के मुताबिक़ लोगों तक खाना और पानी पहुंचा रहा है। इस बार विधाधर नगर, दाता अमानी शाह दरगाह, लंकापुरी, बिहारी का टीबा, राम नगर, शास्त्री नगर, झोटवाड़ा आदि स्थानों में खाना और पानी बांटा गया।
ग़ौसे आज़म फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मोहम्मद सैफुल्लाह ख़ां अस्दक़ी ने बताया कि लोगों के हालात देखकर बहुत दुख होता है। हम अपनी क्षमता के अनुसार लोगों तक खाना और पानी पहुंचा रहे हैं लेकिन सच बात तो यह है कि जिस तरह के हालात पैदा हो चुके हैं, उस हिसाब से हम लोगों की मदद नहीं कर पा रहे हैं। सभी लोगों की मदद के लिए एक बहुत बड़े फंड़ की आवश्यकता है, जो हमारे पास नहीं है। अस्दक़ी ने कहा कि हम कुछ लोग मिलकर आपस में थोड़े बहुत पैसे जमा करते हैं और ग़रीबों व ज़रूरतमंदों तक खाना और पानी पहुंचाने की एक छोटी सी कोशिश करते रहते हैं।
फाउंडेशन के जयपुर ज़िला अध्यक्ष सुलेमान अली सुलेमानी ने कहा कि ग़ौसे आज़म फाउंडेशन की टीम अपना तन मन धन लगाकर समाज सेवा करता है। अभी हमारी टीम बहुत ही छोटी है, फिर भी हमारी टीम समाज सेवा में आगे आगे रहती है। सुलेमानी ने कहा कि ग़ौसे आज़म फाउंडेशन के कामों को देखकर ही राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने प्रशंसा पत्र दिया था, जिससे हमारी टीम को हौसला मिला है।
फाउंडेशन के राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद ओसामा सैफुल्लाह ने कहा कि ग़ौसे आज़म फाउंडेशन के सदस्य अगर अपने जन्मदिन के अवसर पर पार्टी और केक पर पैसा खर्च करने की जगह उसी पैसों का खाना बनवाकर ग़रीबों और ज़रूरतमंदों को दें तो बहुत ही अच्छा कार्य होगा और हमने यह काम शुरू कर दिया है।
फाउंडेशन के लंकापुरी के अध्यक्ष रेहान रज़ा क़ादरी ने कहा कि ग़ौसे आज़म फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मोहम्मद सैफुल्लाह ख़ां अस्दक़ी के कामों की जितनी सराहना की जाए, कम है। नामूसे रिसालत पर पहरा देना हो या फिर समाज सेवा, बहुत ही दिल से करते हैं।
मौलाना मोहम्मद सैफुल्लाह ख़ां अस्दक़ी, सुलेमान अली सुलेमानी, मोहम्मद ओसामा सैफुल्लाह, रेहान रज़ा क़ादरी, मोहम्मद अयान सुलेमानी, मोहम्मद हारून, मोहम्मद अज़ीम ख़ान आदि ने खाना और पानी बांटने में भाग लिया और ग़रीबों व ज़रूरतमंदों की दुआऐं लिया।