गोरखपुर

गोरखपुर: पैगंबर-ए-आज़म पर प्रकाशित विवादित सामग्री से मुसलमानों में गुस्सा, तंजीम कारवाने अहले सुन्नत ने की कार्यवाही की मांग

गोरखपुर। दिल्ली के एक प्रकाशक ने पैगंबर-ए-आज़म हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम पर विवादित सामग्री प्रकाशित की है। जिसे लेकर मुस्लिम समुदाय में रोष है। शुक्रवार को तंजीम कारवाने अहले सुन्नत ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सरकार से विवादित सामग्री प्रकाशित करने वाले प्रकाशक के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की मांग की है।

तंजीम के सदर मुफ्ती मो. अज़हर शम्सी (नायब काजी) ने कहा कि विद्या प्रकाशन मंदिर प्राइवेट लिमिटेड दिल्ली के प्रकाशक लेखक रेनू बिश्नोई द्वारा पुस्तक (इंक्रेडिबल वर्ल्ड) कक्षा 4 के विषय समाज शास्त्र के पृष्ठ संख्या 89 पर इस्लाम धर्म के अंतिम पैगंबर हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम का काल्पनिक फोटो लगाया गया है। यह हमारे पैगंबर-ए-आज़म की शान में तौहीन व गुस्ताखी है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार से हमारी मांग है कि दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करते हुए गिरफ्तारी की जाए। विवादित सामग्री के प्रकाशन पर रोक लगायी जाये।

तंजीम के कारी मो. अनस रज़वी ने कहा कि आये दिन दीन-ए-इस्लाम की मुकद्दस हस्तियों पैगंबर-ए-आज़म, क़ुरआन-ए-पाक, खुलफा-ए-राशिदीन, सहाबा, अहले बैत व औलिया किराम की शान में गुस्ताखी की जा रही है। जो किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। भारत सरकार को इस पर सख्त कानून बनाना चाहिए। किसी भी मजहब की मुकद्दस हस्तियों व किताबों की बेहुरमती करने का किसी को हक नहीं है।

समाचार अपडेट प्राप्त करने हेतु हमारा व्हाट्सएप्प ग्रूप ज्वाइन करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *