- बाराबंकी के मसौली में हजरत मीर इस्माइली की याद में दो दिवसीय उर्स का आयोजन
- देश-विदेश से हजारों जायरीन ने लिया हिस्सा
- मुशायरे में देशभर के कवियों ने पेश की अपनी कलाम
- उर्स का समापन मुशायरे के साथ हुआ
बाराबंकी। जिले के मसौली कस्बे में हजरत मीर इस्माइली की याद में आयोजित दो दिवसीय सालाना उर्स का समापन बड़े धूमधाम से हुआ।
उर्स कमेटी द्वारा आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में देश-विदेश से हजारों जायरीन शामिल हुए। मसौली में हजरत मीर इस्माइली की याद में यह सालाना उर्स मुस्लिम समुदाय के लिए विशेष महत्व रखता है।
इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जनपद सहित दूर-दराज इलाकों से लोग आते हैं। उर्स में शरीक होने के लिए बड़ी संख्या में लोग मसौली पहुंचे और हजरत मीर इस्माइली की दरगाह पर हाजिरी दी।
दूसरे दिन मुशायरे का आयोजन किया गया, जिसमें देशभर से मशहूर कवियों और शायरों ने अपनी कलाम प्रस्तुत की। कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से उर्स की पवित्रता और हजरत मीर इस्माइली की शान में गीत और गजलें पेश की।
मुशायरे का कार्यक्रम देर रात तक चलता रहा और इस दौरान उपस्थित लोगों ने बड़े ही श्रद्धा भाव से इन रचनाओं का आनंद लिया। कार्यक्रम के समापन के साथ ही उर्स का दो दिवसीय आयोजन संपन्न हुआ।