संतकबीरनगर । भारत के प्रसिद्ध सूफी बुजुर्ग व इस्लामिक विद्वान हजरत सूफी मुहम्मद निजामुद्दीन बरकाती मुहद्दिस-ए-बस्तवी का 12 वां उर्स आज और कल सेमरियावां ब्लाक क्षेत्र के गांव अगया स्थित खानकाहे निजामिया पर आयोजित किया जा रहा है। हजरत सूफी मोहम्मद निजामुद्दीन कादिरी बरकाती एक बड़े आलिम-ए-दीन इस्लामी जगत के आध्यात्मिक नेता और सूफी बुजुर्ग के रूप में प्रसिद्ध थे। देश के विभिन्न प्रांतों, एवं विभिन्न देशों में उनके अनुयाई बड़ी संख्या में मौजूद हैं।
हज़रत सूफी निज़ामुद्दीन अलैहिर्रहमा का वार्षिक उर्स प्रत्येक वर्ष भव्य रूप में खानकाहे कादरिया बरकातिया निज़ामिया अगया शरीफ में मनाया जाता है, जिसमें देश के विभिन्न प्रांतों से श्रद्धालु पहुंचते हैं। सज्जादानशीन अल्लामा शाह सुफी मोहम्मद हबीबुर्रहमान रजवी के साहबजादे तथा आल इंडिया बज्मे निजामी के जनरल सेक्रेटरी मौलाना जियाउल मुस्तफा निजामी ने बताया कि 3 नवम्बर को सुबह में फजर की नमाज के बाद सूफी साहब के मज़ार पर कुरआन ख्वानी के साथ ही उर्स का कार्यक्रम शुरू होगा। दोपहर जोहर की नमाज के बाद मजार पर चादरपोशी और गुलपोशी का सिलसिला शुरू होगा और देर शाम तक चलेगा। रात में इशा की नमाज के बाद निजामी कान्फ्रेंस का आयोजन किया जाएगा। जिसमें देश के कई बड़े इस्लामिक विद्वान प्रतिभाग करेंगे, 4 नवम्बर की सुबह में 08:00 बजे मज़ार पर कुल शरीफ के आयोजन के बाद उर्स का कार्यक्रम समाप्त हो जाएगा।