मरहूम यासीन पटेल उस्ताद की स्मृति में गरीब लड़के लड़कियों की मुफ्त में हुई शादी
इंदौर। बेटियों के लिए एक पिता की तरह आगे बढ़कर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं। वे बेटियों के हाथ पीले करने की जिम्मेदारी को लगातार तीन साल स पूरी प्रतिबद्धता से निभा रहे हैं। आयोजक इस्लाम पटेल सेठ और तैय्यब पटेल उस्ताद ने बताया मरहूम यासीन पटेल उस्ताद की स्मृति में करवाई गरीब लड़के लड़कियों की मुफ्त में शादी का पूरी ज़िम्मेदारी एक अभिभावक की तरह निभा रहे हैं। सोमवार को रॉयल गार्डन खजराना में ख़ुशगवार नज़ारा था। जहां समाजसेवी मरहूम यासीन पटेल उस्ताद (मीठा सेठजी) की याद में आयोजित सामूहिक शादी सम्मेलन में 11 जोड़ों ने जैसे ही क़ुबूल है… क़ुबूल है… क़ुबूल है कहा, सभी के चेहरे खुशी से चमक उठे। रिश्तेदार व दोस्तों ने एक दूसरे को मुबारकबाद दी और सभी जोड़ों की सलामती की दुआ भी हुई। मौलाना मोहम्मद यामीन अली और हाफिज अकबर ने सभी जोड़ों के निकाह पढाये। इस दौरान कानून व्यवस्था में उल्लेखनीय योगदान देने और क्षेत्र में मुस्तैदी से अपनी ज़िम्मेदारी निभाने वाले एसआई राकेश कुशवाह व अन्य पुलिसकर्मियों को सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम में खास मेहमान पार्षद हाजी उस्मान पटेल, हाजी इक़बाल खान,,पुष्पेंद्र पाटीदार, सरपंच हाजी सोहराब पटेल, प्रणाव मण्डल, दिनेश सोनगरा, अफसर पटेल,सैयद वाहिद अली, साजिद मदनी, युनुस पटेल, खलील खान, बाबर खान, क़ासिम खान, मोहसिन पटेल ने नवयुगलों को मुबारकबाद दी। संचालन ताहिर कमाल सिद्दीकी और हनीफ पटेल गोल्ड ने किया। शादी सम्मेलन में मुस्लिम समाज की सभी बिरादरी के जोड़े शामिल किए गए। सामूहिक शादी सम्मेलन में दाम्पत्य जीवन में खुशहाली की दुआ के साथ घर गृहस्थी के उपयोगी सामान बतौर तोहफा दिया गया। सारंगपुर, शाजापुर, बुराहनपुर, काली सिंध, महू, इंदौर में खजराना आजाद नगर तोड़ा के जोड़े शामिल हुए। पारिवारिक माहौल में दुल्हन को बेटी की तरह विदाई दी गयी। आयोजक इस्लाम पटेल सेठ, तैयब पटेल उस्ताद, ने बताया फ़िज़ूलखर्ची रोकने के उद्देश्य से सभी 11 जोड़ों की निःशुल्क शादी शरीयत के दायरे में सादगी से हुई। तीन साल में 33 जोड़ों की शादी यहां सम्मेलन में हो चुकी है।