मुंबई। चलती ट्रेन में अपने वरिष्ठ अधिकारी और तीन यात्रियों की गोली मारकर हत्या करने के आरोपी, आरपीएफ कांस्टेबल 34 वर्षीय चेतन सिंह पहले भी कम से कम तीन अनुशासन संबंधी घटनाओं में शामिल रहा था। इनमें 2017 में एक मुस्लिम व्यक्ति के उत्पीड़न का मामला भी शामिल है।
चेतन सिंह चौधरी 2017 में मध्य प्रदेश के उज्जैन में आरपीएफ के खोजी कुत्तों से संबंधित दस्ते में शामिल था। उस दौरान उसने एक बार एक मुस्लिम व्यक्ति को आरपीएफ चौकी पर लाकर बिना किसी कारण परेशान किया था। वरिष्ठ अधिकारियों ने उत्पीड़न को लेकर चेतन के खिलाफ जांच के आदेश दिए और उसके विरुद्ध कार्रवाई की गई।
आरपीएफ मंडलायुक्त के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि चेतन ने गुजरात में अपनी तैनाती के दौरान एक बार एक सहकर्मी को पीटा था। एक अन्य घटना में, उसने एक सहकर्मी के एटीएम कार्ड का उपयोग कर पैसे निकाले थे। चेतन चौधरी को बर्खास्त करने का फैसला ट्रेन में हुई हत्या की घटना के आधार पर लिया गया है।
चेतन 31 जुलाई को पालघर स्टेशन के निकट जयपुर-मुंबई सेंट्रल सुपरफास्ट एक्सप्रेस में टीकाराम मीणा और तीन यात्रियों की गोली मारकर हत्या करने का आरोपी है।
अब हुआ बर्खास्त
मिली जानकारी के अनुसार चेतन सिंह को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। गोलीबारी की घटना 31 जुलाई को जयपुर-मुंबई सेंट्रल सुपरफास्ट एक्सप्रेस में हुई थी। एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि आरपीएफ के वरिष्ठ मंडलीय सुरक्षा आयुक्त ने आरोपी सिपाही चेतन सिंह चौधरी को बर्खास्त करने का आदेश सोमवार को जारी किया।