जयपुर/ गोरखपुर। हर साल ग़ौसे आज़म फाउंडेशन (जीएएफ़) मोहर्रम के महीने में कर्बला के शहीदों की याद में 1 से 10 मोहर्रम तक बहुत से नेकी के कामों को अंजाम देता है। इस साल भी ग़ौसे आज़म फाउंडेशन मोहर्रम में बहुत से नेकी के कामों को अंजाम देगा। यह सभी नेकी के काम इस साल भी ग़ौसे आज़म फाउंडेशन के चीफ़ क़ाज़ी ऑफ इंडिया, सरदारे आला, हमदर्दे क़ौम व मिल्लत, सैफ़े मिल्लत, हज़रत मौलाना मोहम्मद सैफुल्लाह ख़ां अस्दक़ी चिश्ती क़ादरी साहब के दिशा निर्देश अनुसार ही होंगे।
ग़ौसे आज़म फाउंडेशन के गोरखपुर शहर अध्यक्ष समीर अली ने बताया कि ग़ौसे आज़म फाउंडेशन, मसलके अहले सुन्नत व जमाअत (आला हज़रत, सूफ़ी विचारधारा) का एक एनजीओ है जो सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है। यह हमेशा अपने ट्रस्टियों/ सदस्यों/ क़ाज़ियों/ सहयोगियों द्वारा कुछ न कुछ नेकी के कामों को अंजाम देता रहता है और कुछ ख़ास महीनों व दिनों में विशेष नेकियां करता है, जिसमें इस्लाम का नया साल मोहर्रम का महीना भी है। इसी बहाने ग़रीबों, यतीमों, बेवाओं और हक़ीक़ी ज़रूरतमंदों की मदद हो जाती है।
समीर अली ने बताया कि ग़ौसे आज़म फाउंडेशन की जानिब से 1 से 10 मोहर्रम तक किये जाने वाले काम इस प्रकार हैं। पहली मोहर्रम को इस्लाम के दूसरे ख़लीफ़ा हज़रत उमर रज़ियल्लाहु अन्हु का उर्से पाक मनाया जाएगा। दुसरी को पौधारोपण, तीसरी को फल वितरण, चौथी को लस्सी वितरण, पांचवीं को शर्बत वितरण, छटी को हुसैनी लंगर, सातंवी को लस्सी वितरण, आठवीं को लंगरे हुसैनी, नवीं को रोज़ा इफ्तार की दावत और दसवीं मोहर्रम को स्वागत और शर्बते हुसैनी वितरण किया जाएगा। साथ ही एक से लेकर 10 दिनों तक रहमतनगर में लगातार पानी का स्टाल भी लगाया जाएगा।
समीर अली ने बताया कि ग़ौसे आज़म फाउंडेशन की जानिब से होने वाले नेकी के कामों में शामिल रहने वालों के नाम यह हैं। ग़ौसे आज़म फाउंडेशन गोरखपुर शहर महासचिव हाफिज मोहम्मद अमन, ग़ौसे आज़म फाउंडेशन रहमतनगर अध्यक्ष मोहम्मद फैज़, यशवीर प्रताप शाही, आयुष कुमार गुप्ता, मोहम्मद ज़ैद मुस्तफ़ाई, अली ग़ज़नफ़र शाह अज़हरी, वारिस अली वारसी, मोहम्मद इमरान, मोहम्मद ज़ैद (चिंटू), अमान अहमद, नूर मोहम्मद दानिश, रियाज़ अहमद, शोएब अख्तर, मोहम्मद क़मरुद्दीन, मोहम्मद समीर, सैफ हाशमी, वसीम अहमद, मोहम्मद आतिफ़ आदि।