गोरखपुर। मुहर्रम इस्लामी कैलेंडर का पहला महीना है। जो चांद के दीदार के साथ आने वाले इस बुधवार या गुरुवार से शुरू होगा। हज़रत सैयदना इमाम हुसैन रदियल्लाहु अन्हु व उनके साथियों की याद में मस्जिद व घरों में ‘जिक्रे शहीद-ए-कर्बला’ महफिल पहली मुहर्रम से शुरू होगी जिसका सिलसिला दसवीं मुहर्रम तक जारी रहेगा। ताजिया बनाने के काम में तेजी आ गई है। इमाम चौकों की साफ-सफाई जारी है।
गौसे आज़म फाउंडेशन मुहर्रम में करेगा समाजसेवा
गौसे आज़म फाउंडेशन के जिलाध्यक्ष समीर अली ने बताया कि मुहर्रम की पहली तारीख को इस्लाम धर्म के दूसरे खलीफा अमीरुल मोमिनीन हज़रत सैयदना उमर रदियल्लाहु अन्हु का शहादत दिवस अदब व एहतराम के साथ मनाया जाएगा। मुहर्रम के दस दिन हज़रत सैयदना इमाम हुसैन रदियल्लाहु अन्हु व कर्बला के शहीदों की याद में पौधारोपण, फल-लंगर वितरण, लस्सी-शर्बत वितरण किया जाएगा। रहमतनगर में दस दिनों के लिए पानी का स्टाल लगाया जाएगा। नौ मुहर्रम को सामूहिक रोजा इफ्तार होगा। मुतवल्लियों का स्वागत भी किया जाएगा।
मुफ्ती-ए-शहर ने नेक काम करने की अपील की
मुफ्ती-ए-शहर अख्तर हुसैन ने कहा कि हज़रत सैयदना इमाम हुसैन ने मैदाने कर्बला में अपनी और अपने भूखे प्यासे बच्चों, साथियों की कुर्बानी पेश करके दुनिया को यही पैग़ाम दिया है कि यजीद जैसे बातिल के सामने कभी झुकना नहीं। उन्होंने अवाम से अपील की है कि माहे मुहर्रम में मस्जिद व घरों में इबादत करें। रोजा रखें। कुरआन-ए-पाक की तिलावत ज्यादा से ज्यादा करें। फातिहा ख्वानी करें। हज़रत इमाम हुसैन व उनके साथियों की याद में खूब इसाले सवाब करें। गरीबों व जरूरतमंदों को खाना खिलाएं। उनकी जरूरत पूरी करें। पानी पिलाएं। कपड़ा पहनाएं। पौधारोपण करें। कर्बला के शहीदों की याद में महफ़िल सजाएं। अमनो अमान बरकरार रखने में प्रशासन की हरसंभव मदद करें। तमाम खुराफात से सख्ती के साथ बचें।
माहे मुहर्रम पर होने वाली महफिल
- सुन्नी बहादुरिया जामा मस्जिद रहमतनगर में पहली से दसवीं मुहर्रम तक रात में बाद नमाज एशा ‘जिक्रे शहीद-ए-कर्बला’ महफिल होगी।
- बेलाल मस्जिद इमामबाड़ा अलहदादपुर में पहली से दसवीं मुहर्रम तक रात में बाद नमाज एशा ‘जिक्रे शहीद-ए-कर्बला’ महफिल होगी।
- मदरसा जामिया कादरिया तजवीदुल कुरआन लिल बनात अलहदादपुर में महिलाओं का ‘जिक्रे शहीद-ए-कर्बला’ कार्यक्रम 19, 20 व 21 जुलाई को दोपहर दो से पांच बजे तक आयोजित होगा।
- गौसिया जामा मस्जिद छोटे काजीपुर में पहली से दसवीं मुहर्रम तक रात में बाद नमाज एशा ‘जिक्रे शहीद-ए-कर्बला’ महफिल होगी।
- मस्जिद फैजाने इश्के रसूल शहीद अब्दुल्लाह नगर में पहली से दसवीं मुहर्रम तक रात में बाद नमाज एशा ‘जिक्रे शहीद-ए-कर्बला’ महफिल होगी। जिसमें मुफ्ती-ए-शहर अख्तर हुसैन का खिताब होगा।
- मस्जिद खादिम हुसैन तिवारीपुर में पहली से दसवीं मुहर्रम तक रात में बाद नमाज एशा ‘जिक्रे शहीद-ए-कर्बला’ महफिल होगी।
- मुकीम शाह जामा मस्जिद बुलाकीपुर में पहली से दसवीं मुहर्रम तक रात में बाद नमाज एशा ‘जिक्रे शहीद-ए-कर्बला’ महफिल होगी।
- बेनीगंज ईदगाह रोड मस्जिद में पहली से दसवीं मुहर्रम तक रात में बाद नमाज एशा ‘जिक्रे शहीद-ए-कर्बला’ महफिल होगी।
- मरकजी मदीना जामा मस्जिद रेती चौक में पहली से दसवीं मुहर्रम तक शाम में बाद नमाज असर ‘जिक्रे शहीद-ए-कर्बला’ महफिल होगी।
छोटे काजीपुर में गुलजारे मिल्लत का खिताब मंगलवार को
छोटे काजीपुर गौसिया जामा मस्जिद के पास मंगलवार 18 जुलाई को रात नौ बजे से ‘इस्लाहे ईमान व अकाइद’ नाम से जलसा होगा। जिसमें मसौली शरीफ दरगाह के सज्जादानशी मशहूर धर्मगुरु सैयद शाह गुलजार इस्माईल वास्ती ‘गुलजारे मिल्लत’ अवाम को संबोधित करेंगे। इसके अलावा बस्ती के मुफ्ती मो. अख्तर हुसैन अलीमी, घोसी के मुफ्ती रिजवान अहमद शरीफी, मुंबई के मुफ्ती जमालुद्दीन नूरी की भी तकरीर होगी। नात शरीफ बनारस के अहमद रजा व कानपुर के मो. सैफ रजा पेश करेंगे। यह जानकारी मुफ्ती मेराज अहमद कादरी व मौलाना मोहम्मद अहमद निजामी ने दी है।