सुल्तानपुर। प्रशासन को यमलोक पहुंच चुके व्यक्तियों से भी खतरा है। तभी तो ADM (FR) ने बिना तथ्य जाने पुलिस की रिपोर्ट पर साइन कर डाला, और दो वर्ष पूर्व मृत बदमाश पर छह महीने के लिए जिला बदर की कार्रवाई किया है। कल और आज में जिले के अंदर बीस अपराधियों पर जिला बदर की कार्रवाई हुई है। जिसमें कादीपुर के एक मृत व्यक्ति पर भी प्रशासनिक हंटर चल गया। जिसको लेकर अब प्रशासनिक अधिकारियों की किरकिरी हो रही है।
दरअसल शनिवार को अपर जिलाधिकारी (ADM FR) मनोज पांडेय की कोर्ट से सोमवार को 10 अपराधियों के विरुद्ध जिला बदर की कार्रवाई की गई है। इसमें कादीपुर कोतवाली के अंदारायपुर निवासी वरुण सिंह पुत्र शेषनाथ सिंह को भी छह माह के लिए जिला बदर किया गया।
खबर सामने आते ही परिवार वालों ने आपत्ति जाहिर की। बताया गया कि दो वर्ष पूर्व सुल्तानपुर से घर जाते समय गोसाईगंज थानाक्षेत्र के टाटिया नगर के पास कंटेनर व कार की टक्कर में वरुण की मौत हो गई थी। उस पर आधा दर्जन मुकदमे थे।
अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व मनोज कुमार पांडेय कहते हैं कि सूची की जांच की जा रही है। मृतक का नाम हटाने के लिए आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है। वही कोतवाल रवि सिंह ने बताया कि 2020 में हुई गुंडा एक्ट की कार्रवाई की रिपोर्ट न्यायालय भेजी गई थी। लगभग 1 वर्ष पूर्व जिला बदर सूची में शामिल वरुण सिंह की सड़क हादसे में मौत हो चुकी है। सूची को अपडेट कर न्यायालय भेजा जा रहा है।
शनिवार को एडीएम एफआर मनोज पाण्डेय की कोर्ट से 10 अपराधी जिला बदर किए गए हैं। गुंडा एक्ट में सुरेन्द्र यादव पुत्र ओम प्रकाश यादव उर्फ ननकऊ ग्राम सियरा भारी थाना जयसिंहपुर, आदिल पुत्र इस्तियाक ग्राम गंगेव थाना जयसिंहपुर, बब्बे सिंह पुत्र देवेन प्रताप सिंह ग्राम जोली मीरगंज थाना गोसाईगंज, इंद्रमणि तिवारी पुत्र ईश्वर नरायन तिवारी ग्राम टिकरी थाना अखण्डनगर, वरुण सिंह पुत्र शेषनाथ ग्राम अंदारायपुर कोतवाली कादीपुर, दीपक मोदनवाल पुत्र राधेश्याम मोदनवाल ग्राम कस्बा थाना मोतिगरपुर, शुभम पाण्डेय पुत्र श्याम नरायन पाण्डेय ग्राम रायबिगो कोतवाली कादीपुर, सुरजीत पुत्र पंचराज सिंह ग्राम रायविगो।