गोरखपुर। उप्र सरकार बेसिक व माध्यमिक शिक्षकों की तर्ज पर राज्यानुदानित मदरसा शिक्षकों व कर्मचारियों का भी ट्रांसफर करने की तैयारी कर रही है।
उप्र मदरसा शिक्षा परिषद के रजिस्ट्रार/निरीक्षक जगमोहन सिंह ने एक पत्र के जरिए कहा कि वर्तमान में मदरसों मेें पारस्परिक स्थानांतरण की प्रक्रिया व्यवस्था प्रभावी हो गई है। जिसके अंतर्गत स्थानान्तरित कर्मचारियों का डेटा भी ट्रांसफर किया जाना है।
सोमवार को सभी जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि मानव सम्पदा पोर्टल पर प्रत्येक राज्यानुदानित मदरसों के प्रबंधक/प्रधानाचार्यो से कार्यरत समस्त शिक्षक/शिक्षणेत्तर कर्मचारियों (मदरसा मिनी आईटीआई व आधुनिकीकरण योजना से आच्छादित शिक्षकों को छोड़कर) का पूरा विवरण फीड व अपडेट करवाएं और प्रधानाचार्य से प्रमाण पत्र हासिल कर लें कि किसी भी कार्मिक का सेवा विवरण अंकित करने अथवा अपडेट करने से छूटा नहीं है। साथ ही मदरसा पोर्टल पर कर्मचारियों का विवरण दर्ज किए जाने वाले प्रपत्र पर संबंधित कर्मचारी का ईएचआरएमएस कोड भी अनिवार्य रूप से अंकित करते हुए उप्र मदरसा शिक्षा परिषद को भेजें।
बताते चलें कि प्रदेश में 558 अनुदानित मदरसे हैं। इनमें करीब नौ हजार शिक्षक हैं। वहीं गोरखपुर में दस अनुदानित मदरसे हैं। चार शहर में और छह ग्रामीण इलाके में। जिसमें सौ से अधिक शिक्षक व कर्मचारी कार्यरत हैं। मदरसों के लिए उत्तर प्रदेश अशासकीय अरबी फारसी मदरसा मान्यता, प्रशासन एवं सेवा नियमावली लागू है। अभी तक मदरसों में शिक्षकों के तबादले की कोई व्यवस्था नहीं थी। शिक्षक जिस मदरसे में नौकरी पाते थे वहीं से रिटायर हो जाते थे। अब शिक्षकों के परस्पर तबादले भी हो सकेंगे।