जयपुर। भारत सहित संसार भर में सब पर कृपा व दया की दृष्टि रखने वाले अल्लाह के महबूब, तमाम नबीयों के सरदार, हज़रत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो अ़लैहे वसल्लम का जन्मदिन (यौमे पैदाइश/ यौमुल मीलाद/ Birthday) बड़ी ही अक़ीदत व मोहब्बत और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जगह जगह जलसों और जुलूसों का आयोजन किया गया। इस मुबारक मौक़े पर ग़ौसे आज़म फाउंडेशन (जीएएफ़) की जानिब से देश के कई इलाक़ों में सेब, केला, मिठाई, कॉफी, पानी की बोतलें और दीनी किताबों का वितरण किया गया।
ग़ौसे आज़म फाउंडेशन के चेयरमैन हमदर्दे क़ौम व मिल्लत, राष्ट्रप्रेमी, हज़रत मौलाना मोहम्मद सैफुल्लाह ख़ां अस्दक़ी ने कहा कि डेढ़ सौ किलो सेब, दो सौ किलो केला, सैकड़ों पानी की बोतलें, मिठाईयों के डब्बे, कॉफी और दीनी किताबों को बांटकर ग़ौसे आज़म फाउंडेशन ने इस साल ईद मीलादुन्नबी पर एक नया रिकार्ड बनाया है। इस नेकी के काम में फाउंडेशन के सभी ट्रस्टियों, सदस्यों, क़ाज़ियों, सहयोगियों और समाजसेवियों का दिल से शुक्रिया अदा किया जाता है।
हज़रत मौलाना मोहम्मद सैफुल्लाह ख़ां अस्दक़ी ने कहा कि ईद मीलादुन्नबी के जलसों और जुलूसों में गुलामाने मुस्तफ़ा की बहुत भीड़ दिखाई देती है लेकिन जब कोई नबी की शान में गुस्ताख़ी करता है तो गुलामाने मुस्तफ़ा की भीड़ कहीं नज़र नहीं आती है। जबकि ऐसे मौक़े पर घरों से ज़रूर निकलना चाहिए और क़ानून के दायरे में रहकर थाना पुलिस, कोर्ट कचहरी वग़ैरा में जाकर गुस्ताख़ी करने वालों की गिरफ़्तारी और सज़ा की मांग ज़रूर करनी चाहिए। अस्दक़ी ने कहा कि ग़ौसे आज़म फाउंडेशन इस काम में बहुत आगे रहता है। चूंकि नामूसे रिसालत पर पहरा देना ही इसका मुख्य उद्देश्य है। थाना पुलिस, कोर्ट कचहरी वग़ैरा में जाने में आपको कोई दिक़्क़त है तो आप फाउंडेशन के सदस्य बनकर अपनी इन दिक़्क़तों को आसानी से दूर कर सकते हैं।
ग़ौसे आज़म फाउंडेशन की ओर से बांटे जाने वाले सेब, केला, मिठाई, कॉफी, पानी और दीनी किताबें बांटने में जीएएफ़ के डायरेक्टर मोहम्मद ख़ालिद सैफुल्लाह, जिला अध्यक्ष गोरखपुर, समीर अली, बस्ती मंडल अध्यक्ष मोहम्मद वक़ार अहमद, राष्ट्रीय महासचिव, मोहम्मद ओसामा सैफुल्लाह, मोहम्मद रेहान, मोहम्मद जुनैद, मोहम्मद आरिफ़, मोहम्मद सिराज, मोहम्मद आबिद ग़ौरी, मोहम्मद जलालुद्दीन, आमिर, सुहेल पठान, मोहम्मद जुबेर अंसारी, दिलशाद अहमद, शाहान रज़ा, हाफ़िज़ मोहम्मद अमन, मोहम्मद फ़ैज़, मोहम्मद इमरान, मोहम्मद ज़ैद, मोहम्मद रफ़ीक़, बाबू ख़ां मुंशी, उमर फारूक़, मोहम्मद शब्बीर, चीफ़ ट्रस्टी सबीहा सैफुल्लाह आदि ने अपना बहुमूल्य समय दिया। लाडनू शहर में ग़ौसे आज़म फाउंडेशन की ओर से नियुक्त शहर क़ाज़ी लाडनू, हज़रत क़ाज़ी रोशन ख़ान दायमखानी की क़यादत में लाडनू शहर में एक शानदार जुलूस निकला, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने शिर्कत किया।