आल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी की वालिदा मौहतरमा साबरा खातून काफी दिनों से बीमार थी उनका इलाज लखनऊ के एक निजी हास्पिटल में चल रहा था, कल 1 अक्टूबर रात 9:20 मिनट पर उनका इतिकाल हो गया, आज उनके पैतृक गाँव सैदापुर तहसील कैसरगंज जिला बहराइच में 11 बजे नमाज़े जनाज़ा अदा की गयी, जनाज़े की नमाज़ मरहूमा के बड़े बेटे मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी ने पढाई, उनको गाँव के ही आबायी कब्रिस्तान में सुपूर्दे खाक़ किया गया।
मरहूमा साबिरा खातुन नेक-परेजगार और पंच वक्ता नमाज़ और वज़ीफो की पाबंद थी, कड़ाके की ठंड में बीमारी की हालत में भी नमाज़े तहाज्जुद पढ़ती थी, उनके पसमांदगान में 2 बेटे और 2 बेटियां हैं। मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बडे़ बेटे और कमरुद्दीन अंसारी छोटे बेटे हैं।
मरहूमा के इंतिकाल की खबर फैलते ही मौलाना से अकीदत और मोहब्बत रखने वालों में गम की लहर दौड़ गयी, और जगह-जगह मदरसों और मस्जिदों में कुरान खानी और एहसाले सवाब की महफ़िले हुई, लोगों ने मौलाना को फोन करके ताजियत पेश की. ताजियत पेश करने वाले हजारों आवाम से साथ उलमा और मशाईख, राज नेता, मनिस्टर, एम. एल. ए. , और ब्यूरोक्रेसी के आला अधिकारी भी रहे।
खास़ तौर पर आला हज़रत खानदान की सबसे बुजुर्ग शख्सियत और जामिया नूरिया के प्रबंधक हज़रत मौलाना मन्नान रज़ा खा मन्नानी मियाँ, दरगाह आला हज़रत के प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खा सुब्हानी मियां, ग्रांड मुफ्ती़ आफ इंडिया शेख अबुब्कर अहमद मलवारी, हुजूर मुफ्त़ी आजम हिंद के नवासे मौलाना सिराज रज़ा खा नूरी, दरगाह आला हज़रत के सज्जादानशीन मुफ़्ती अहसन रज़ा खा कादरी, रज़ा ऐक्शन कमेटी के अध्यक्ष मौलाना अदनान रज़ा कादरी, दरगाह ख्वाजा अजमेर शरीफ के हज़रत कारी इरशाद अहमद मग़रवी, आला हज़रत ट्रस्ट के अध्यक्ष मौलाना अल्हाज़ मोहतशिम रज़ा खा कादरी, रज़ा एकेडमी के अध्यक्ष मौलाना अल्हाज़ सईद नूरी, खानकाह नियाज़िया के प्रबंधन अल्हाज़ शब्बू मियां नियाजी, तंजीम उलमा ए इस्लाम के चैयरमेन मुफ़्ती अशफाक हुसैन कादरी, दारुल उलूम मंजरे इस्लाम के उस्ताद और माहनामा आला हज़रत के सम्पादक मुफ़्ती सलीम नूरी, हज़रत ताजुश्शरिया के दामाद अल्हाज़ बुरहान अली रज़वी, मरकज़ सकाफतुज्ज सुन्निया कालीकट केरला के मौलाना सादिक सकाफी, मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष हाफिज नूर अहमद अज़हरी, मौलाना हाफिज मुजाहिद हुसैन कादरी, मौलाना मजहर इमाम कादरी बंगाल, मौलाना आज़म हशमती लखनऊ, मौलाना इरशाद सकाफी लखनऊ, मौलाना मुख्तार अहमद मुम्बई, अब्दुल हक़, नासिर कुरैशी, आरिफ़ अंसारी, सलीम अहमद खा, अलतमश सिद्दीकी, मुफ़्ती शेख सिराजुद्दीन कादरी, तसब्बुर हुसैन एडवोकेट, मौहम्मद जुनैद, ताहिर रज़ा फरीदी, मौलाना मोईनुद्दीन बहराइच, शाहिद रज़वी, मुस्तकीम अंसारी, असरार रज़ा गुजरात, उमर कादरी अमरोहा आदि ने ताजियत पेश की और गम का इज़हार किया
इन मजहबी शख्सियात के अलावा सियासी रहनूमाओ में उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रीयो और विधायकों, समाजिक कार्यकर्ताओं और मीडिया से जुड़े पत्रकारों के साथ विदेशों से भी बड़ी तादाद में लोगों ने मौलाना को फोन करके दुख का इज़हार किया. साथ ही केंद्र सरकार और राज्य सरकार जिला पुलिस व प्रशासन बरेली के आला अधिकारियों ने भी गम का इज़हार किया.
मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी ने सभी लोगों के इजहारे हमदर्दी और ताजियत पेश करने पर शुक्रिया अदा की
डॉ अनवर रज़ा कादरी
दरगाह आला हज़रत, बरेली