धार्मिक सामाजिक

दहेज लेना लानत है देना नही…

अक्सर लोग इस मामले में गुमराही का शिकार होते है और दहेज लेना अपना हक समझते है।कुछ लोग इसे सुन्नते रसूलुल्लाह कहकर भी इसका समर्थन करते है,और दलील देते है की जब नबी ने अपनी बेटी फातिमा को दिया था तो हम अपनी बेटी को क्यों न दे.? और लेने वाले भी इसकी आड़ में […]