धार्मिक सामाजिक

जवान लड़के लड़कियों की शादी में देर करना

लेखक: मह़मूद रज़ा क़ादरी, गोरखपुर आजकल जवान लड़के लड़कियों को घर में बिठाये रखना और उनकी शादी में ताख़ीर करना आम हो गया है। इस्लामी नुक्तए नज़र से यह एक गलत बात है। हदीस पाक में है। रसूल ए अकरम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम इरशाद फरमाते हैं। जिसकी लड़की 12 बरस की उम्र को पहुंचे जाए […]

धार्मिक

निकाह से पहले लड़की देखना

[करीना-ए-जिन्दगी] किसी लड़की या औरत को किसी गैर मर्द को दिखाने में कोई हर्ज नही जब वोह उस से शादी का इरादा रखता हो या उसने शादी का पैग़ाम भेजा हो लेकिन, उस मर्द के दूसरे मर्द रिश्तेदारों या दोस्त अ़हबाब को नही दिखाना चाहिए कि वह गैर मरहम है [जिन से पर्दा करना जरूरी […]