धार्मिक

मर्द और औरत की नमाज़ का फ़र्क (1)

लेखक: मह़मूद रज़ा क़ादरी, चिश्तिया मस्जिद गोरखपुर जिस तरह बालिग मर्द पर नमाज फ़र्ज़ है इसी तरह बालिग औरत पर भी नमाज़ फ़र्ज़ है हैज़ (Menses)और नफास की हालत में औरतों को नमाज पढ़ना हराम है इन दिनों में औरतों को नमाज माफ है और इन दिनों की नमाज की कजा़ भी नहीं(बहारे शरीयत, ही, […]