धार्मिक

जीवन और मृत्यु किस के हाथ मे?

अल्लाह ने क़ुरान में फरमाया: जिसने पैदा किया मृत्यु और जीवन को, ताकि तुम्हारी परीक्षा करे कि तुममें कर्म की दृष्टि से कौन सबसे अच्छा है। वह प्रभुत्वशाली, बड़ा क्षमाशील है। – (सूरत अल मुल्क 67:2) मतलब यह दुनिया तो परीक्षा एवं कर्म की जगह है ,और असल जिंदगी तो आख़िरत की है। तो जो […]