महाराजगंज

केवल खाने-पीने पर बंदिशों का नाम रोजा नहीं, बल्कि खुद को अनुशासन में रखने का रूहानी प्रशिक्षण भी है रोजा नूरुलहुदा मिस्बाही

गोरखपुर,( प्रेस विज्ञप्ति) रमजान में भलाई के चाहने वालों को भलाई के काम पे आगे बढ़ना चाहिए और बुराई के चाहने वालों को अपनी बुराई से रुक जाना चाहिए।हज़रत मुहम्मद ﷺ ने फरमाया: जब रमजान की पहली रात होती है तो शैतान और सरकश जिन जंजीरों में जकड़ दीए जाते हैं, जहन्नम के दरवाजे बंद […]