साजीद महमूद शेख,मीरा रोड जिला ठाणे
महोदय,
किसानों ने अब कृषि कानूनों के खिलाफ अपना आंदोलन तेज कर दिया है। वे अब संसद के मानसून सत्र के दौरान प्रतिदिन संसद के बाहर प्रदर्शन करेंगे । जाहिर है कि इन प्रदर्शनों से किसान अब देश का ध्यान फिर से आंदोलन की ओर लाना चाहते हैं। लेकिन सवाल यह है कि किसान आंदोलन कब तक चलेगा। यह चिंता की बात है। इस आंदोलन को सात महीनों से अधिक समय हो चुका है। और अभी तक सरकार या किसानों की ओर से कोई ठोस पहल या सकारात्मक परिणाम नहीं देखा गया है। हालांकि सरकार का दावा है कि कृषि कानून पूरी तरह से किसानों के हित में है मगर किसान उन पर भरोसा नहीं कर रहे हैं। इस समस्या का समाधान यह है कि सरकार को कृषि कानूनों को निरस्त करके एम एस पी की प्रणाली की स्थापना की घोषणा करनी चाहिए ताकि किसानों को सरकार पर भरोसा कायम हो सके नहीं तो किसानों का आंदोलन जितना लंबा चलेगा सरकार के लिए उतनी ही मुश्किलें खड़ी होंगी ।