यूपी: उत्तर प्रदेश के झांसी में बेटे ने अपने मांं-बाप की धारदार हथियार से हत्या कर दी। मामले का खुलासा तब हुआ जब दूध देने वाला घर पहुंचा था। उसने घर के अंदर झांककर देखा तो घर के मालिक और उनकी पत्नी खून से लथपथ हुए फर्श पर पड़े हुए थे। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मर्चुरी भिजवाया है। बेटे ने अपनी मां-बाप की हत्या की बाक कबूल कर ली है। पुलिस मामले में आगे की जांच कर रही है। दरअसल, घटना झांसी शहर के नवाबाद थाना क्षेत्र की है। गुमनाबार इलाके में पेशे से सरकारी शिक्षक 60 साल के लक्ष्मी प्रसाद अपनी पत्नी 55 साल विमला और बेटे अंकित (28) के साथ रहते थे। शनिवार सुबह दूधवाला लक्ष्मी प्रसाद के घर दूध देने आया हुआ था. उसने दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से कोई नहीं निकला। जब दूधवाले ने घर के अंदर झांक कर देखा तो लक्ष्मी प्रसाद और उनकी पत्नी विमल खून से लथपथ फर्श पर पड़े हुए थे। इसे देख दूधवाले के होश उड़ गए। उसने चिल्लाना शुरू कर दिया और मोहल्ले वालों को इकठ्ठा किया। कई लोग वहां पहुंचे। उन लोगों ने जैसे-तैसे लक्ष्मी प्रसाद के घर में प्रवेश किया। देखा तो लक्ष्मी प्रसाद और उनकी पत्नी विमला गंभीर घायल होकर जमीन पर पड़े हुए थे और कमरे में उनका बेटा अंकित डरा-सहमा बैठा हुआ था।
Related Articles
झांसी: मियां-बीवी राजी, लेकिन डीजे पर भड़क गये क़ाज़ी, 25 हजार का जुर्माने
झांसी में डीजे के कारण एक काजी ने निकाह पढ़ने से मना कर दिया. हुआ यूं कि रोक के बावजूद बारात में दूल्हा डीजे बजाते हुए दुल्हन के घर पहुंच गया. इस पर काजी बिफर गए और उन्होंने निकाह पढ़ाने से मना कर दिया.करीब 4 घंटे चले मान-मनौवल के बाद काजी एक शर्त के साथ […]
क्या चल रहा है प्रदेश के सियासी गलियारे में
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 जैसे-जैसे निकट आता जा रहा है वैसे वैसे प्रदेश की सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है। कभी पार्टी टिकट लेकर के बहस बाज़ी हो रही है तो कभी सीट न मिलने पर आत्मदाह करने की कोशिश की जा रही है तो कभी एक बड़े नेता के सामने छोटे […]
बड़ी ख़बर: राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में हिंदी के साथ उर्दू में भी लिखे जाएंगे साइनबोर्ड और नेमप्लेट
उन्नाव:(अबू शहमा अंसारी)राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में हिंदी के साथ उर्दू में भी लिखे जाएंगे साइनबोर्ड और नेमप्लेट। यह फैसला उन्नाव निवासी मोहम्मद हारून की एक शिकायत के बाद लिया है, जिन्होंने कहा था कि शासनादेश के बावजूद भी कई सरकारी विभाग राज्य की दूसरी आधिकारिक भाषा उर्दू को साइनेज पर उर्दू को छोड़ […]