अबू शहमा अंसारी
सिरौलीगौसपुर (बाराबंकी) : लखनऊ से चार दिन पहले अपहरण कर लाई गई किशोरी को दो युवकों ने घर में बंधक बनाए रखा। किशोरी किसी तरह युवकों के चंगुल से छूटकर बाहर आई। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने आरोपितों पर कार्रवाई के करने के बजाए किशोरी को परिवारजन के सिपुर्द कर पल्ला झाड़ लिया। जबकि किशोरी के साथ दुष्कर्म की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता। बताया जाता है कि कोतवाली बदोसराय के नसीमापुर गांव के दो युवक लखनऊ में मजदूरी करते थे। चार दिन पहले उन्होंने युवक लखनऊ के मुंशी पुलिया के पास से एक किशोरी को अपने साथ गांव ले आए। अपने घर में उसे नशे की दवा देकर रखा। शुक्रवार शाम को दोनों युवकों के चंगुल से निकली किशोरी चिल्लाते हुए पड़ोस के गांव रूपऊपुर पहुंची। उसने ग्रामीणों से बताया कि युवकों ने उसे बंधक बनाकर नशे की दवा खिला दी थी। इसी बीच किशोरी का पीछा करते हुए दोनों युवक भी वहां पहुंच गए। असलियत जानने के बाद ग्रामीणों ने किशोरी को उनके साथ जाने से रोक दिया और 112 डायल कर पीआरवी को बुला लिया। पीआरवी के साथ थाने लाई गई किशोरी ने पुलिस को आपबीती बताई। पुलिस ने युवकों को पकड़कर पूछताछ करना जरूरी नहीं समझा। युवती को लखनऊ ले जाकर उसके परिवारजन को सौंप दिया। बदोसराय थाना प्रभारी निरीक्षक अमित मिश्रा ने बताया कि लखनऊ की रहने वाली लड़की को कुछ लोग विवाह की बात कहकर ले आए थे। लड़की को उसके परिवारजन के सिपुर्द कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि लड़की गुडंबा थाना क्षेत्र की थी। परिवारजन व लड़की की ओर से किसी प्रकार की शिकायत नहीं की गई है। परिवारजन ने बताया कि लड़की इससे पहले भी कई बार घर से कई-कई दिन तक गायब रह चुकी है। इसलिए संबंधित युवकों पर कार्रवाई नहीं की गई।