जावेद शाह खजराना (लेखक)
खजराना से 38 किलोमीटर दूर पूर्व में कंपेल से आगे तेलिया खेड़ी गांव है। तेलिया खेड़ी गांव से 2 किलोमीटर अंदर गिट्टी-मुरम की खदानों से लगा हुआ हत्यारी खोह नामक एक खूबसूरत पिकनिक स्पॉट है।
बारिश के दिनों में यहां का नजारा देखने काबिल होता है। 300 फिट से ज्यादा ऊंचाई से गिरते झरने मन मोह लेते है।
इंदौर को बसाने वाले श्रीमंत नंदलाल राव मंडलोई महाराज जी यही कंपेल के जागीरदार थे। उनके पूर्वज की हत्या करके उनकी लाश इस खाई में फेंक दी । तब से इस जगह का नाम हत्यारी खोह पड़ गया।

ये करीब 350 साल पुरानी बात है। इस हादसे के बाद जमींदार परिवार जूनीइंदौर में आकर बस गया । आज भी जूनी इंदौर में रावला साहब का खूबसूरत किला है। वर्तमान में रावला साहब के वंशज श्रीमंत श्रीकांत मंडलोई जी इसमें रहते है। आपसे मेरे घनिष्ठ संबंध है।
याद रहे होल्करों से पहले इंदौर में मंडलोई परिवार का राज हुआ करता था।
हत्यारी खोह के आसपास की निजी भूमि 15 लाख रुपए बीघा है । जो पथरीली लेकिन थोड़ी उपजाऊ है। यहां ज्यादातर मूंगफली की फसलें बोई जाती है।
रिमझिम बारिश में कभी हत्यारी खोह का रुख जरूर कीजिएगा।