गोरखपुर। अल्लाह के नाम पर कुर्बानी देने का त्योहार 10 जुलाई को है। 10, 11 व 12 जुलाई को परम्परागत तरीके से कुर्बानी की जाएगी। मुस्लिम घरों में तैयारियां जारी है। जहां कुर्बानी के लिए बकरे बिके रहे हैं वहीं बड़े जानवर (भैंस) में हिस्सा लेने के लिए भी तैयारी शुरू है। लोगों ने पेशगी रकम जमा करानी शुरु कर दी है।
मदरसा दारूल उलूम हुसैनिया दीवान बाजार के प्रधानाचार्य हाफिज नज़रे आलम कादरी ने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी मदरसे में बड़े जानवर की कुर्बानी होगी। ईद-उल-अजहा की नमाज़ भी अदा की जाएगी। उन्होंने बताया कि जो लोग बड़े जानवर की कुर्बानी में हिस्सा लेना चाहते हैं वह मदरसे से संपर्क कर पेशगी की रकम 3000 रुपया प्रत्येक हिस्से के हिसाब से जमा करा सकते हैं। रहमतनगर मस्जिद के पास प्रत्येक हिस्से के एवज में 3000 व 3500 रुपया जमा करने का पोस्टर जारी हुआ है। वहीं मदरसा मजहरुल उलूम घोसीपुरवा की ओर से जारी पर्चे में प्रति हिस्सा 2700 रुपया जमा करने की बात कही गई है। पर्चे में पेशगी रकम जमा कराने के लिए सेंटर भी बनाए गए हैं। जिसमें रेती, मेवातीपुर, मिर्जापुर, रेलवे बौलिया कॉलोनी, अस्करगंज का उल्लेख है।
मदरसा शिक्षक मोहम्मद आजम ने बताया कि हर साल शहर में तीन दर्जन से अधिक स्थानों पर बड़े जानवरों की कुर्बानी तीन दिनों तक हर्षोल्लास के साथ होती चली आ रही है। एक भैंस में सात लोगों की तरफ से कुर्बानी दिए जाने का नियम है। मदरसे के लोग मुस्लिम घरों में जाकर पर्चा बांट रहे हैं। पर्चे में कुर्बानी के फजाइल, कुर्बानी की दुआ व तरीका, गोश्त तकसीम और खाल जमा करने के सेंटर आदि का उल्लेख है। शहर के अन्य मदरसों में भी बड़े जानवर की कुर्बानी से संबंधित तैयारियां जारी हैं।


