सदकतुल फ़ित्र किस वक़्त वाज़िब है ?
۞۞۞ अल-जवाब ۞۞۞
ईद के दिन जिस वक़्त सुबह सादिक़-फ़जर का वक़्त आता है उसी वक़्त ये सदकतुल फ़ित्र वाजिब होता हे।
अगर कोई फ़जर का वक़्त आने से पहले ही मर गया तो उस पर सदक़ा ए फ़ित्र वाजिब नहीं, उसके माल में से फ़ित्र नहीं दिया जाएगा। (फतावा हिनदया १/१९१)
बेहतर ये है के ईद उल फ़ित्र के लिए जाने से पहले सदक़ा तुल फ़ित्र अदा कर दे, अगर पहले न दिया तो बाद में अदा कर दे।
अगर किसी ने सदक़ा ए फ़ित्र ईद के दिन से पहले ही रमजान में दे दिया तब भी अदा हो गया, अब दोबारा देना वाजिब नहीं।
अगर ईद के दिन भी नहीं दिया तो फ़ित्र वक्त चले जाने से मुआफ नहीं होगा, उसका वुजूब जिम्मे में बाकी रहेगा, लिहाज़ा रह जाए तो ईद के बाद भी अदा कर दे और इस्तिग्फार(तौबा) करे।
و الله اعلم بالصواب
मुफ्ती मोहम्मद शोऐब रज़ा निज़ामी फ़ैज़ी
दारुल उलूम ईमाम अहमद रज़ा, बिन्देशरपूर सिद्धार्थनगर
रजि०क़ाज़ी शहर गोला बाज़ार, गोरखपुर उ०प्र०