चांद का दीदार होने पर 2 या 3 मई को ईद
गोरखपुर। शनिवार को 28वां रोज़ा अल्लाह की हम्दो सना में बीता। शबे कद्र की अंतिम ताक रात में बंदों ने जमकर इबादत व तिलावत की। मस्जिदों में एतिकाफ का सिलसिला जारी है।
रविवार 1 मई को 29वां रोज़ा पूरा करके ईद का चांद देखा जाएगा। अगर चांद नजर आया तो 2 मई सोमवार को ईद-उल-फित्र का त्योहार मनाया जाएगा। अगर चांद नहीं दिखा तो सोमवार को 30वां रोज़ा पूरा करके 3 मई मंगलवार को ईद-उल-फित्र का त्योहार मनाया जाएगा।
ईद को लेकर बाज़ारों की रौनक देखने लायक है। खरीदारों की भीड़ का आलम यह है कि शाह मारूफ, रेती, घंटाघर, उर्दू बाज़ार एवं जाफ़रा बाज़ार में पैदल चलना तक मुश्किल है। पूरा दिन व सारी रात लोग अपनी पसंद और जरूरत का सामान खरीदते नजर आ रहे हैं। कोई कपड़ा खरीद रहा है तो कोई सेवईयां ले जा रहा है। खुशियों और दावतों का त्योहार ईद अल्लाह तआला की तरफ से अपने नेक बदों के लिए बेहतरीन तोहफा है। अल्लाह तआला की ओर से अपने बंदों को दिए गए इस खास तोहफे को लेकर मुसलमानों में जबरदस्त उत्साह है।

मुफ्ती मो. अजहर शम्सी ने बताया कि पांच महीनों का चांद देखना वाजिबे किफाया है शाबान, रमज़ान, शव्वाल, ज़ीक़ादा, जि़लहिज्जा। पैग़ंबर-ए-आज़म हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया कि महीना 29 का भी होता है और 30 का भी। रोज़ा चांद देख कर शुरु करो और चांद देखकर रोज़ा बंद कर दो। अगर आसमान साफ़ नहीं है तो 30 की गिनती पूरी करो।