बरेली

बरेली: जामा मस्जिद समेत शहर भर की दरगाहों, खानकाहों व मस्जिदों में अदा की गई अलविदा की नमाज़

अलविदा अलविदा ऐ माहे रमज़ान अलविदा।

दरगाह आला हज़रत
बरेली शरीफ, 29/04/22

रमज़ान के आखिरी जुमा को जुमा तुल विदा कहा जाता है। आज अलविदा की मुख्य नमाज़ किला की शाही जामा मस्जिद में हज़ारों लोगों ने पुर अमन मौहाल में अदा की। यहाँ शहर इमाम मुफ्ती खुर्शीद आलम ने रमज़ान,कुरान,ज़कात,सदक़ा-ए-फित्र की फ़ज़ीलत बयान की। अपनी तक़रीर में अपील की कि जिन साहिबे निसाब (शरई मालदार) मुसलमानो ने अब तक ज़कात व सदका-ए-फित्र अदा नही किया है वो लोग जल्द से जल्द ईद की नमाज़ से पहले अदा कर दे। अमन और भाईचारे के साथ ईद-उल-फित्र का त्यौहार मनाने की भी अपील की। नमाज़ से पहले खुत्बा पढ़ा। नमाज़ के बाद मुल्क की तरक़्क़ी,आपसी भाईचारे और खुशहाली की खुसूसी दुआ की। नमाज़ के दौरान जामा मस्जिद के सेक्टरी डॉक्टर नफीस खान,हाजी अजमेरी,हाजी बब्बू, सय्यद अखलाक आदि ने व्यवस्था संभाली।
दरगाह आला हज़रत के मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि सबसे आखिर में दरगाह आला हज़रत की रज़ा मस्जिद में साढ़े तीन बजे नमाज़ अदा की गई। यहाँ रज़ा मस्जिद के इमाम कारी रिज़वान रज़ा ने नमाज़ अदा कराई। दरगाह प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खान (सुब्हानी मियां),सज्जादानशीन मुफ़्ती अहसन मियां समेत ख़ानदान के सभी लोग ने नमाज़ अदा की। नमाज़ के बाद सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रज़ा क़ादरी (अहसन मिया) ने कहा कि रमज़ान विदा हो रहे है न कि नमाज़। नमाज़ अल्लाह ने पूरे साल पाँचो वक़्त मुसलमानों पर फ़र्ज़ की है। इसलिए रमज़ान के बाद भी नमाज़ की पाबंदी रखे। जिस तरह रोज़े की हालत में झूठ,गीबत,दूसरी सामाजिक बुराई से दूर रहे उसी तरह रमज़ान के बाद इन तमाम बुराइयों से अपने आप को पाक रखे। दरगाह ताजुशरिया पर एक बजकर पैतालिस मिनट पर काज़ी-ए-हिंदुस्तान मुफ्ती असजद रज़ा क़ादरी (असजद मियां) ने नमाज़ अदा करायी।
ख़ानक़ाह-ए-नियाज़िया,दरगाह शाहदाना वली,दरगाह शाह शराफत मियां,दरगाह वली मियां,दरगाह नासिर मियां,दरगाह बशीर मियां व ख़ानक़ाह-ए-वामिकिया के अलावा काकर टोला की नूरानी मस्जिद, कोतवाली की मोती मस्जिद,सैलानी की हबीबिया मस्जिद,मलूकपुर की मुफ्ती आज़म हिन्द मस्जिद,जसोली की पीराशाह मस्जिद,पुराना शहर की नूरानी मस्जिद, छः मीनारा मस्जिद,गौसिया मस्जिद,स्वाले नगर की एक मीनार मस्जिद,करोलान की आला हज़रत मस्जिद,सुभाष नगर की साबरी मस्जिद,शाहबाद की मुन्ना तारकश मस्जिद,ज़खीरा की इमली वाली मस्जिद, शाहमत गंज की कलंदर शाह मस्जिद,बिहारीपुर की बीबीजी मस्जिद,आज़म नगर की हरी मस्जिद,कुतुबखाना की सुनहरी मस्जिद आदि सभी मसजिदों में अपने- अपने वक़्तों पर नमाज़ अदा की गई।

नासिर कुरैशी
मीडिया प्रभारी
9897556434

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