बरेली,14 सितम्बर।
ईद मिलादुन्नबी का जश्न बरेली में 15 और 16 सितंबर को मनाया जायेगा। इसकी तैयारियां शुरू हो चुकी है। घरों,बाजारों,गलियों को सजाया जा रहा है। वही जुलूस में शामिल होने वाली अंजुमने भी अपने अपने स्तर से तैयारिया कर रही है। ईद मिलादुन्नबी की पूर्व संध्या 15 सितंबर इतवार को पुराना शहर से अंजुमन इत्तेहाद-ए-मुस्लिमीन और मुख्य जुलूस 16 सितंबर सोमवार को कोहाडापीर से अंजुमन खुद्दाम ए रसूल के नेतृत्व में निकलेगा। कोहाड़ापीर से निकलने वाले जुलूस की कयादत दरगाह आला हज़रत के प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खान(सुब्हानी मियां) करेंगे। शाम 4 बजे जुलूस दरगाह के सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रज़ा क़ादरी(अहसन मियां) व अंजुमन खुद्दाम ए रसूल के सदर सय्यद आसिफ मियां की निगरानी में शुरू होगा।
अंजुमन खुद्दाम-ए-रसूल के सचिव शान अहमद रज़ा और सदर सय्यद आसिफ मियां ने जुलूस में शामिल होने वाली सभी अंजुमनों से अपील करते हुए कहा है कि अंजुमने अपने परम्परागत रास्तों से ही मुख्य जुलूस में शामिल हो। किसी भी हालत में नए रास्तों पर न जाए। कोई भी अंजुमन डीजे लाती है या नई परम्परा डालती है तो उसकी जिम्मेदार अंजुमनों स्वयं होगी। प्रशासन द्वारा तय शुदा मार्ग से ही आए। अंजुमन खुद्दाम-ए-रसूल व ज़िला प्रशासन का सहयोग करे।
दरगाह से जुड़े नासिर कुरैशी ने बताया कि जुलूस कोहाड़ापीर पेट्रोल पंप से शुरू होकर पुल के नीचे से कुतुबखाना,ज़िला अस्पताल,कुमार सिनेमा,कोतवाली के रास्ते दरगाह पहलवान पहुंचेगा। यहां से वापिस नावल्टी चौराहा से राजकीय इंटर कॉलेज,खलील तिराहे से ज़िला परिषद,बिहारीपुर ढाल के रास्ते देर रात दरगाह आला हज़रत पर समाप्त होगा। वही दरगाह पर भी ईद मिलादुन्नबी का जश्न दरगाह प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खान (सुब्हानी मियां) के निवास पर सुबह 9 बजे से मनाया जायेगा। उलेमा पैगंबर ए इस्लाम की शान बयान करेंगे। इसके बाद लंगर जारी होगा।
नासिर कुरैशी
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