सिद्धार्थनगर

रमजान हमदर्दी और प्यार व मोहब्बत का सन्देश देता है: अल्लामा अल्वी साहब

सिद्धार्थनगर,2 अप्रैल,2022, हमारी आवाज़
मशहूर आलिमे दीन अल्लामा गुलाम अब्दुल का़दिर अल्वी सज्जादा नशीन खानकाह यार अल्वीया बराव शरीफ ने पवित्र रमजान माह के शुरू होने पर देश वासियों को मुबारकबाद देते हुए कहा है कि इस्लामिक कैलेंडर का सबसे पवित्र महीना माह-ए-रमजान है।

यह क़ुरआन शरीफ के दुनिया में नाजिल होने का महीना है, यह महीना हम सबको नेकियों, आत्मसंयम और आत्मनियंत्रण का अवसर और समूची मानव जाति को प्रेम, करुणा और भाईचारे का संदेश देता है।

नफ़रत और हिंसा से भरे इस दौर में रमजान का यह संदेश पहले से और ज्यादा प्रासंगिक हो चला है।

कुरान व हदीस के मुताबिक ‘रोजा बन्दों को जब्ते नफ्स यानी आत्मनियंत्रण की तरबियत देता है और उनमें परहेजगारी अर्थात् आत्मसंयम पैदा करता है।

‘ हम सब जिस्म और रूह दोनों के समन्वय के नतीजें हैं। आमतौर पर हमारा जीवन जिस्म की ज़रूरतों- भूख, प्यास, आदि के गिर्द घूमता है। रमजान का महीना दुनियावी चीजों पर नियंत्रण रखने की साधना है।

जिस रूह को हम साल भर भुलाए रहते हैं, माहे रमज़ान उसी को पहचानने और जगाने का आयोजन है।

मुफ्ती आसिफ अल्वी अजहरी नायब सज्जादा नशीन ने कहा कि
माहे-ए-रमजान:इबादत और नेकियों का महीना है, माहे-ए-रमजान को नेकियों का मौसमे बाहर कहा गया है।

जिस तरह मौसमे बहार में हर तरफ रंग-बिरंगे फूल नजर आते हैं। इसी तरह रमजान में भी नेकियों पर बहार आई होती है इस माह मे गरीबों की बिना किसी भेद भाव के खूब मदद करनी चाहिए।

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