गोरखपुर। इस्लामी कैलेण्डर के मुबारक माह रमज़ान की आमद बस होने ही वाली है। रविवार या सोमवार से रमज़ान का पहला रोजा रखा जायेगा। शुक्रवार को जुमा की नमाज़ के दौरान मस्जिद के इमामों कारी शराफत हुसैन क़ादरी, कारी मोहसिन, मौलाना मोहम्मद अहमद, हाफ़िज़ रहमत अली, मौलाना जहांगीर अहमद, हाफ़िज़ महमूद रज़ा, मौलाना अली अहमद, मौलाना शादाब, मौलाना शेर मोहम्मद, मौलाना मो. असलम आदि ने रमज़ान मुबारक के फजाइल व रोज़े की अहमियत बताई। कहा कि रमज़ान की बरकतों के क्या कहने। तीस दिनों तक अल्लाह की खास रहमत मुसलमानों पर बराबर बरसती है। नेकियों व रोज़ी में इज़ाफ़ा होता है।
वहीं रमज़ान मुबारक के स्वागत के लिए रोजेदार तैयार हैं। तैयारियां जोरशोर से की जा रही है। मस्जिदों में भी रौनक बढ़ गई है। साफ-सफाई हो रही है। घरों में साफ-सफाई भी हो रही है। भला घर की औरतें भी अल्लाह की इबादत में कैसे पीछे रह सकती हैं। वह भी इबादत के लिए तैयारियों में मश्गूल हैं।
मुस्लिम बाहुल्य इलाके गाजी रौजा, रहमतनगर, नखास, तुर्कमानपुर, पुराना गोरखपुर, जमुनहिया बाग अहमदनगर चक्शा हुसैन, रसूलपुर, गोरखनाथ, जाफ़रा बाज़ार, रेती चौक, बक्शीपुर, निज़ामपुर, इलाहीबाग, घंटाघर, तिवारीपुर, पिपरापुर में सहरी व इफ्तार की विशेष दुकानें लगेंगी, जिसकी तैयारी शुरु हो गई है। इसके अलावा साहबगंज से भी इफ्तार व सहरी के सामान खरीदे जा रहे हैं। नख़ास व घंटाघर पर खजूरों व सेवईयों की दुकानें सज गई हैं। आसपास के इलाकों के लोग भी खरीदारी करने के लिए शहर की तरफ रूख़ किए हुए है।
रमज़ान की आमद से बाज़ार में रौनक-ए-बहारा नज़र आने लगी है। खासकर उर्दू बाज़ार, शाह मारूफ, घंटाघर, गोलघर, रेती, गीता प्रेस, जाफ़रा बाज़ार, गोरखनाथ, नखास में रौनक देखते ही बन रही है। चूंकि रमज़ान में लोग इबादत पर खास ध्यान देते हैं इसलिए खरीदारी अभी से शुरु कर दी है ताकि इबादत में व्यवधान न पड़े।