हरदोई।
एक इन्टरनेशनल कंपनी ग्रामीण इलाके की महिलाओं को प्रशिक्षित करके उन्हें स्वावलंबी बनाने की दिशा में जुटी हुई है। इसके लिए सर्वोदय आश्रम में महाप्रबंधक आलोक शुक्ला ने उषा सिलाई स्कूलों की शिक्षिकाओं एवं लर्नर बहनों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए तमाम तरह के सुझाव दिए।
उन्होंने उनकी कंपनी ग्रामीण इलाकों की महिलाओं को आर्थिक रूप से मज़बूत करने के लिए संकल्पबद्ध है।उषा सिलाई स्कूलों के माध्यम से हुनर का प्रशिक्षण देकर परिवार की आय बढ़ती है। लर्नर महिलाओं को आगे बढ़ाने के स्वावलंबी बनाया जा रहा हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सर्वोदय आश्रम की अध्यक्ष उर्मिला श्रीवास्तव ने कहा कि सिलाई कढ़ाई से परिवार की आय में वृद्धि होती है। सर्वोदय आश्रम अलावा शाहजहांपुर, बरेली, सीतापुर, उन्नाव और लखीमपुर खीरी में उषा सिलाई स्कूलों में हुनर पा रही महिलाओं के परिवार की आय बढ़ रही है। राज्य समन्वयक विजय कुमार पाण्डेय ने उषा सिलाई स्कूलों का उद्देश्य, क्लासिक सिलाई स्कूलों और सैटेलाइट सिलाई स्कूलों की जानकारी के साथ उन्हें स्वावलम्बन बनाने के बारे में बताया गया। खारीकुंआ की मास्टर द्रेनर गुलाब जहां ने संचालन किया।शुरूआत शिक्षक मौलवी हाफिज़ मकबूल ने की। समन्वयक बृजेश सक्सेना व गौरीशंकर ने दिया ने धन्यवाद ज्ञापित किया। डा.आरजू और राजीव वर्मा का विशेष सहयोग रहा।