गोरखपुर। भारत सरकार द्वारा संचालित छात्रवृत्ति पोस्ट-मैट्रिक में नवीन ऑनलाइन आवेदनों में 50 प्रतिशत अंक की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है। अब इससे कम अंक पाने वाले छात्र-छात्राएं छात्रवृत्ति का लाभ ले सकेंगे। राज्य अनुदानित व मान्यता प्राप्त मदरसा, स्कूल, कॉलेज के प्रधानाचार्य या इंस्टिट्यूट नोडल अधिकारी अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित अल्पसंख्यक वर्ग के छात्र-छात्रओं के लिए पोस्ट-मैट्रिक योजना के अंतर्गत नवीन ऑनलाइन आवेदनों में 50 प्रतिशत अंक की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी आशुतोष पाण्डेय ने बताया कि बदले नियमों से सभी संबंधित को सूचित कर दिया गया है।
Related Articles
मदरसें सदियों से भारत की शिक्षा पद्धति का हिस्सा रहे हैं
भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र बाबू, हिंदी के महान लेखक उपन्यासकार मुंशी प्रेमचंद जी की प्रारंभिक शिक्षा की शुरुआत मदरसे से हुई। मदरसों को लेकर जितना भ्रम फैलाया जाता है स्थिति बिल्कुल ही उसके विपरीत है। मदरसें सदियों से भारत की शिक्षा पद्धति का हिस्सा रहे हैं जिसमें पढ़ कर बच्चों ने अदब और […]
क्या मदरसों में गैर मुस्लिमों को मारने की ट्रेनिंग दी जाती है?
मदरसों में आतंकवाद की तालीम देने का इल्जाम नया नहीं है। पिछले 15-20 सालों में शायद ही कोई दिन ऐसा गुजरा हो जब नफ़रत फैलाने वाले किसी भी छोटे और बड़े लीडर ने मदरसों पर इस तरह के इल्जाम न लगाए हो। कभी मदरसों को आतंकवाद का अड्डा करार दिया जाता है। कभी उनको दकियानूसी […]
अक्सा मस्जिद के इमाम मौलाना तफज़्ज़ुल ने 10 मिनट में जलाई तालीम, इबादत व बेदारी की रोशनी
गोरखपुर। अक्सा मस्जिद शाहिदाबाद हुमायूंपुर उत्तरी में इस समय न केवल इबादत हो रही है बल्कि तालीम की शमां भी रोशन की जा रही है। छोटे से लेकर बड़ों तक को इल्म, अमल व इबादत की तालीम दी जा रही है। वहीं नेक बनने की सीख भी मिल रही है। सप्ताह के हर दिन सभी […]


