गोरखपुर। फिरदौस जामा मस्जिद जमुनहिया बाग में ‘जश्न-ए-हज़रत अबू बक्र सिद्दीक़‘ मनाया गया। मस्जिद के इमाम मौलाना अनवर अहमद तनवीरी ने कहा कि अम्बिया के बाद सबसे अफज़ल मकाम मुसलमानों के पहले खलीफा हज़रत सैयदना अबू बक्र सिद्दीक़े अकबर रज़ियल्लाहु अन्हु का है। आप सफ़र व हजर में पैगंबर-ए-आज़म हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम के साथ रहे। पैगंबर-ए-आज़म के साथ ऐसी मोहब्बत पेश की कि दुनिया कोई नज़ीर नहीं ला सकती। विसाल के बाद पैगंबर-ए-आज़म के पहलू में दफ़न होने की सआदत आपको नसीब हुई।
शहजाद अहमद, एजाज अहमद व जीशान गोरखपुरी ने नात-ए-पाक पेश की। अंत में सलातो सलाम पढ़कर मुल्क के लिए अमन व सलामती की दुआ मांगी गई। अकीदतमंदों में शीरीनी बांटी गई।
जश्न में मो. हस्सान आसिफ, मो फैजल, अर्सलान अहमद, मो. हसन, आसिफ महमूद, साजिद अहमद, निसार अहमद, अनवर अहमद, महताब अहमद, शमीम अहमद ,नईम अहमद आदि मौजूद रहे।