मुंबई, 1 नवंबर, 2021: रजा एकेडमी के महासचिव अल्हाज मुहम्मद सईद नूरी ने राष्ट्रपति को त्रिपुरा में मुस्लिम विरोधी दंगों, कुरान की अपवित्रता, मस्जिदों की शहादत के संबंध में एक पत्र भेजा।
नूरी साहब ने पत्र में राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है। साथ ही विहिप के गुंडों द्वारा पैगंबर का अपमान करने की हालिया घटनाओं पर खुले तौर पर ध्यान आकर्षित किया और कहा कि त्रिपुरा में पुलिस प्रशासन ने दंगाइयों के साथ देकर मुसलमानों के साथ खिलवाड़ किया। उन्होने कहा, त्रिपुरा की राज्य सरकार धार्मिक अल्पसंख्यकों की रक्षा करने और अपराधियों के खिलाफ समय पर कार्रवाई करने में पूरी तरह विफल रही है। जिनहोने लगभग एक दर्जन मस्जिदें को आग के हवाले कर दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विश्व हिंदू परिषद के सदस्यों ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में रैलियां कीं, खुलेआम इस्लाम का जाप किया और मुस्लिम विरोधी नारे लगाए। पहली बार किसी रैली में इस्लाम के पैगंबर के खिलाफ अपमानजनक नारे लगाए गए। कई कुरान की प्रतियों को जला दिया गया और सैकड़ों लोगों पर हम’ला किया गया।
नूरी साहब ने कहा, “भारत गणराज्य के महामहिम राष्ट्रपति, हम आपसे इस संवेदनशील मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध करते हैं। वर्तमान सरकार को बर्खास्त करें और राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करें। हम आशा करते हैं कि आप हमारे भारतीय संविधान के तहत आम आदमी के पूर्ण विश्वास को बहाल करने के लिए तुरंत कार्रवाई करेंगे।