प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन
गोरखपुर। त्रिपुरा में मुसलमानों पर बढ़ते अत्याचार, मस्जिद, घर व दुकानों को जलाये जाने से पूरे देश के मुसलमानों में बेचैनी, ग़म व आक्रोश है। त्रिपुरा के मुसलमानों, उनकी इबादतगाहों, बस्तियों, घरों व दुकानों की सुरक्षा व दंगाईयों पर कार्रवाई की मांग को लेकर एआईएमआईएम कार्यकर्ता सोमवार को सड़क पर उतरे। नगर निगम में प्रदर्शन किया। जोरदार नारे लगाए। कार्यकर्ताओं के हाथों में तख्तियां व बैनर था जिस पर ‘त्रिपुरा को बचाईए’ का नारा लिखा हुआ था। कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। नेतृत्व जिलाध्यक्ष मोहम्मद इस्लाम ने किया।
कार्यकर्ताओं ने कहा कि त्रिपुरा में हालात बेकाबू हैं। मुसलमानों की बेरहमी से हत्या की जा रही है।हिंदू वादी संगठनों की रैलियों के बीच मस्जिद और अल्पसंख्यक बस्तियों पर हमला किया गया।मस्जिदों पर हमले जारी हैं। पैगंबरे इस्लाम व क़ुरआन पाक की तौहीन की जा रही है। त्रिपुरा में गुंडाराज कायम है। त्रिपुरा सांप्रदायिक दंगों की आग में जल रहा है। विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल जैसे संगठन सुनियोजित तरीके से मुसलमानों को, उनकी इबादतगाहों, घरों व दुकानों को निशाना बनाकर जला रहे हैं। मुसलमानों पर अत्याचार जारी है। त्रिपुरा सरकार व पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। केंद्र सरकार द्वारा भी मुसलमानों व मस्जिदों की सुरक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। जिससे दंगाईयों के हौसले बुलंद हैं। हमारी मांग है कि केंद्र सरकार त्रिपुरा सरकार से जवाब तलब करे। त्रिपुरा में मुसलमानों पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए ठोस कदम उठाया जाए। मस्जिदों को सुरक्षा प्रदान की जाए। दंगाईयों के खिलाफ़ कठोर कार्रवाई की जाए।
ज्ञापन सौंपने वालों में नीलम मिश्रा, नूर मोहम्मद दानिश, नज़ीर अहमद सिद्दीक़ी, गुलाम जीलानी अशरफी, मो. नाज़िम, शहनवाज़, एहसान, आसिया सिद्दीक़ी, आसिफ खान, शबनम बेगम, आयशा, मो. राशिद, सैयद अनस, फैजुद्दीन, सलामुद्दीन अंसारी, सहमद अली, शाहिद अली आरिफ जमा अंसारी, मेराज अहमद खान, साजिदा, अबरार, रईस अहमद , मनोज कुमार कुशवाहा आदि शामिल रहे।