मैं देश के कई इलाक़ों में निःशुल्क चिकित्सा शिविर में अपनी सेवाएं दे चुका हूं लेकिन सांगानेर में ग़ौसे आज़म फाउंडेशन के निःशुल्क चिकित्सा शिविर में मरीज़ों की बड़ी संख्या की सेवा करने का पहला मौक़ा मिला: डॉक्टर एम गोस्वामी
अगर आप सिर्फ़ अपना, अपने परिवार का ही भला चाहते हैं। क़ौम, समाज और देश का भला नहीं चाहते हैं, तो आप स्वार्थी इंसान हैं: मौलाना मोहम्मद सैफुल्लाह ख़ां अस्दक़ी
जयपुर । अजीत नगर, रामपुरा रोड़, सांगानेर स्थित मदीना मस्जिद के पास, सूफ़ी संतों की याद में, ग़ौसे आज़म फाउंडेशन ने एक विशाल निःशुल्क चिकित्सा शिविर लगाया। जिसमें बड़ी संख्या में यतीमों, ग़रीबों और ज़रूरतमंदों को निःशुल्क डॉक्टर द्वारा परामर्श दिया गया तथा दवाईयां बांटी गईं।
ग़ौसे आज़म फाउंडेशन के विशाल निःशुल्क चिकित्सा शिविर में शेरे बंगाल की उपाधी पाने वाले, डॉक्टर एम गोस्वामी ने मरीज़ों को मुफ़्त में परामर्श दिया और बीमारी के अनूसार दवाईयां लिखकर दिया। मरीज़ों को दवाईयां शिविर में बैठे कम्पाउंड़र द्वारा दिया गया।
विशाल निःशुल्क चिकित्सा शिविर के समापन पर डॉक्टर एम गोस्वामी ने कहा कि मैं देश के कई इलाक़ों में निःशुल्क चिकित्सा शिविर में अपनी सेवाएं दे चुका हूं लेकिन सांगानेर में ग़ौसे आज़म फाउंडेशन के निःशुल्क चिकित्सा शिविर में सुबह से शाम तक मरीज़ों की एक बड़ी संख्या की सेवा करने का पहला मौक़ा मिला। मरीज़ों की इतनी बड़ी संख्या की सेवा करने का इससे पहले कभी मौक़ा नहीं मिला। इस काम में ग़ौसे आज़म फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय मौलाना मोहम्मद सैफुल्लाह ख़ां अस्दक़ी साहब का बहुत बड़ा रोल है।
ग़ौसे आज़म फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हज़रत मौलाना मोहम्मद सैफुल्लाह ख़ां अस्दक़ी ने कहा कि अगर आप सिर्फ़ अपना, अपने परिवार का ही भला चाहते हैं। क़ौम, समाज और देश का भला नहीं चाहते हैं, तो आप स्वार्थी इंसान हैं। आज क़ौम, समाज और देश को निस्वार्थ भाव से अपना तन मन धन और समय लगाकर काम करने वालों की ज़रूरत है। देश में बढ़ती बेरोज़गारी, ग़रीबी और बीमारी को दूर करने के लिए सभी देशवासियों को कांधे से कांधा मिलाकर काम करना होगा तभी देश से बेरोज़गारी, ग़रीबी और बीमारी दूर हो सकती है।
विशाल निःशुल्क चिकित्सा शिविर में ग़ौसे आज़म फाउंडेशन के सांगानेर क्षेत्र के रजिस्टर्ड क़ाज़ी, हज़रत क़ाज़ी मोहम्मद अंसार रज़ा अशरफ़ी ने कहा कि मैं हज़रत मौलाना मोहम्मद सैफुल्लाह ख़ां अस्दक़ी को लगभग बीस बाईस सालों से जानता हूं। यह जो भी काम करते हैं, दिल से और डंके की चोट पर करते हैं। इनको मैंने किसी की भी चापलूसी करते हूए कभी नहीं देखा। शायद इसी वजह से कुछ लोगों की आंखों में यह खटकते रहते हैं। अल्लाह का यह बंदा निड़रता और बेबाकी के साथ कल भी काम करता था और आज भी काम कर रहा है।
ग़ौसे आज़म फाउंडेशन के अजीत नगर क्षेत्र के रजिस्टर्ड क़ाज़ी, हज़रत क़ाज़ी मोहम्मद अकरम रज़ा अज़हरी ने कहा कि आज मदीना मस्जिद के पास ग़ौसे आज़म फाउंडेशन ने विशाल निःशुल्क चिकित्सा शिविर लगाया। सुबह से शाम तक मरीज़ आते रहे और दवाईयां लेते रहे। मुझे सबसे अच्छी बात यह लगी कि ग़ौसे आज़म फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हज़रत मौलाना मोहम्मद सैफुल्लाह ख़ां अस्दक़ी साहब सुबह से शाम तक शिविर ही में मौजूद रहे। कहीं भी नहीं गए जबकि सांगानेर में इनके चाहने वालों की एक बहुत बड़ी संख्या मौजूद है। ज़ोहर व अस्र की नमाज़ें मदीना मस्जिद में ही अदा किया और डॉक्टर एम गोस्वामी का मरीज़ों को देखने का अंदाज़ सबसे अलग था। बहुत ही मेहनत के साथ सभी मरीज़ों को देखा और दवाईयां लिखकर दिया।
ग़ौसे आज़म फाउंडेशन के विशाल निःशुल्क चिकित्सा शिविर में ग़ौसे आज़म फाउंडेशन के राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद औसामा सैफुल्लाह, अब्दुल हफ़ीज़, अब्दुल रहमान, हाजी मोहम्मद रफीक थानेदार, हाजी मोहम्मद इस्माइल, मोहम्मद अनवर, मोहम्मद इमरान, बिट्टू, मोहम्मद शुऐब आदि मौजूद थे। दवाईयां आदि की पैकिंग करने में ग़ौसे आज़म फाउंडेशन के डायरेक्टर मोहम्मद ख़ालिद सैफुल्लाह, मोहम्मद जुनैद, ग़ौसे आज़म फाउंडेशन की चीफ़ ट्रस्टी श्रीमती सबीहा सैफुल्लाह, महिला प्रकोष्ट की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती हिना कौसर आदि ने रात के तीन बजे तक मेहनत किया था।