मुशताक अहमद बरकाती खिलजी
अल मोईन वेल्फेयर सोसायटी,पोकरण
आप अगर समाज में तब्दीली लाना चाहते हो तो कुछ मकसद तैय करो मकसद भले छोटो ही हो
और उस को पुरा करने की कोशिश करो जब आप छोटे से काम से शुरू करोगे तो आप उस को पुरा भी कर लोगे फिर आहिस्ता आहिस्ता अपने बड़े मकसद तक पहुंच जाओगे
तोअब आप समाज में तब्दीली लाने के लिए सब से पहले अपने आप से शुरू करो खुद को बदलने की कोशिश करो खुद की आदतें चेजं करो अपने को अच्छा इंसान बनाओ अगर आप खुद बदल गए आपकी आदतें चेंज हो गई आप दूसरों के बारे में अच्छा सोचने लग गये तो समझ लो अब मंजिल की तरफ पहला कदम है अब मंजिल दुर नहीं है अब में मकसद की तरफ बढ़ रहा हूँ।
फिर आप अपने घर पे तवज्जोह दें घर वालों की तरबीयत करें घर वालों को नेक बनाऐं।
फिर इस तरह आप आगे गली मोहल्ले गाँव शहर बढ़ते चले जाऐं तो इन शा अल्लाह आपको मकसद में कामयाबी ज़रूर मिलेगी अगर आप की आदतें अच्छी नहीं है’ खुद के मुआमलात ठीक नहीं है, आप खुद तब्दील नहीं हुऐ तो आप अपनी समाज को कभी तबदील नहीं कर सकते ।
आओ अपने आप को बदलें अपनी सोच को बदलें कयोंकि हर फरद मुआशरे को समाज को बुरा भला कहता है समाज की कमियां गिनाता है इस तरह हर आदमी यही कहे समाज मे कमियां हैं उसको दुर करो तो वह कभी दुर नहीं हो सकती कयोंकि फरद से समाज बनता है समाज से फरद नहीं,
अगर फरद ही सुधर जाऐ अपने अंदर तबदीली ले आऐ तो समाज में खुद ब खुद तब्दीली आ जाऐगी।
आप अगर किसी कामयाब शख्स कि जिंदगी का मुताअला करोगे तो पता चलेगा कि उसने सब से पहले अपने आप को आइडल बना कर पेश किया