गोरखपुर। चौदहवीं व पंद्रहवीं सदी हिजरी के मुजद्दिदे आज़म आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा खां अलैहिर्रहमां का 103वां उर्स-ए-पाक शहर की मस्जिदों, मदरसों व दरगाहों में 3 से 5 अक्टूबर तक अकीदत व एहतराम के साथ मनाया जाएगा।
नूरी मस्जिद तुर्कमानपुर के पास 3 व 4 अक्टूबर को आला हज़रत इमाम अहमद रजा खां अलैहिर्रहमां का 103वां उर्स-ए-पाक मनाया जाएगा। उर्स-ए-पाक का पोस्टर शुक्रवार को जारी कर दिया गया है। यह जानकारी जलसा संयोजक शाबान अहमद व अलाउद्दीन निज़ामी ने दी है। उन्होंने बताया कि 3 अक्टूबर रविवार को बाद नमाज़ फज्र क़ुरआन ख़्वानी होगी। दोपहर 2 बजे 38 मिनट पर कुल शरीफ की रस्म नूरी मस्जिद में अदा की जाएगी। इसके बाद अकीदतमंदों में लंगर बांटा जाएगा। 4 अक्टूबर सोमवार को रात 8:30 बजे से जलसा होगा। जिसके मुख्य अतिथि पीरे तरीक़त अल्लामा मो. हबीबुर्रहमान रज़वी होंगे। अध्यक्षता मौलाना मकबूल अहमद खां क़ादरी व संचालन मौलाना मकसूद आलम मिस्बाही करेंगे। जलसे में मुफ़्ती अख्तर हुसैन मन्नानी (मुफ़्ती-ए-शहर), मुफ़्ती मो. अज़हर शम्सी (नायब काजी), मौलाना मो. असलम रज़वी सहित शहर की मस्जिदों के इमाम भी शिरकत करेंगे। जलसे में मस्जिदों के इमामों के लिए कुछ लाभकारी योजनाओं की घोषणा की जाएगी। वहीं ग़ौसे आज़म फाउंडेशन की ओर से 3 अक्टूबर को सुबह 8 बजे से क़ुरआन ख़्वानी, फातिहा ख़्वानी व दुआ ख़्वानी की जाएगी। आला हज़रत की याद में पौधारोपण किया जाएगा। अकीदतमंदों में लंगर बांटा जाएगा। यह जानकारी फाउंडेशन के जिलाध्यक्ष समीर अली, जिला महासचिव हाफ़िज़ मो. अमन व मो. फैज ने दी है। मकतब इस्लामियात चिंगी शहीद तुर्कमानपुर मेें बच्चों के बीच किरात, नात, तकरीर, अज़ान, दुआ व क्वीज़ कम्पटीशन आदि का प्रोग्राम 5 अक्टूबर को दोपहर 2 बजे से आयोजित किया जाएगा। बच्चों को मुख्य अतिथियों के हाथों पुरस्कृत किया जाएगा। यह जानकारी मकतब इस्लामियात के शिक्षक कारी मोहम्मद अनस रज़वी ने दी है। इसके अलावा शहर की कई मस्जिदों, मदरसों व दरगाहों में उर्स-ए-आला हज़रत पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे।