गोरखपुर। पैगंबर-ए-आज़म हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम के प्यारे नवासे हज़रत सैयदना इमाम हुसैन व उनके साथियों का चेहल्लुम मंगलवार को अकीदत, एहतराम व सादगी के साथ मनाया जाएगा। मस्जिदों, घरों व इमाम चौकों पर क़ुरआन ख़्वानी, फातिहा ख़्वानी व दुआ ख़्वानी होगी। इसाले सवाब की महफिल होगी। चेहल्लुम के मौके पर सभी मदरसों में सार्वजनिक अवकाश रहेगा।
सब्जपोश हाउस मस्जिद जाफ़रा बाज़ार के इमाम हाफिज रहमत अली निज़ामी ने कहा कि तारीख गवाह है कि आज तक दुनिया में हजारों जंग हुई। उन सारी जंगों को लोगों ने एकदम से भुला दिया मगर मैदाने कर्बला में हुई हक व बातिल की जंग रहती दुनिया तक याद रखी जाएगी। अल्लाह की रज़ा के लिए अपने आपको और अपनी औलाद को क़ुर्बान करना और उस पर सब्र करना हज़रत सैयदना इमाम हुसैन और उनके हौसले की ही बात थी। इमाम हुसैन ने कर्बला में शहादत देकर बता दिया कि जुल्म दीन-ए-इस्लाम का हिस्सा नहीं है।