आज की मीटिंग में लोगों को सबसे पहले एम एस ओ के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई उसके बाद दीनी तालीम, बेरोज़गारी और दोसरे मसाइल पर भी बात हुई।
आज की बैठक में लोगों को सम्बोधित करते हुए प्रदेश मीडिया प्रभारी मौलाना शम्से आलम मिस्बाही ने कहा कि कामयाब शख़्स वह नहीं जो बहुत ज़्यादा पैसे कमाता है बल्कि कामयाब वह है जो सबसे बड़ा दीनदार है, जिसके पास दीन की अनमोल दौलत है, दीनी तालीम है, जो अपने पैदा करने वाले का शुक्रगुजा़र बन्दा और हुज़ूर ﷺ के बताए हुए रास्ते पर चलता, उनकी तालीमात को अपनाता है वही आज के दौर में सबसे अच्छा और सबसे सच्चा है।
आज हम बेरोज़गार हैं तो इसलिए कि हमने अपने आप को पहचाना नहीं, अपने नबी ﷺ की बातों को जाना नहीं और ना ही जानने की कोशिश की!
मेरे भाइयों! हमें दीन पर बाक़ी रहते हुए दुनिया की ज़िंदगी को उसके साथ साथ परिवर्तन करना पड़ेगा, दुन्यवि कारोबार को भी जानना पड़ेगा।
हमें काम करना पड़ेगा क्योंकि ज़िंदगी काम का नाम है और बेकारी मौत है।
हमें हर वह चीज़ें जाननी पड़ेंगी जिससे हम अपनी दुनिया की ज़िंदगी के साथ साथ आखिरत को भी सही कर सकें।
आज की मीटिंग में शामिल रहे एम एस ओ महराजगंज यूनिट के सदर नुरुलहोदा साहब, नाएब सदर असलम साहब, ज्वॉइन सेक्रेटरी मुबारक हुसैन, ट्रेज़र मुशर्रफ रज़ा, और भी बहुत से लोग मौजूद रहे।