मुंबई: जमाअते इस्लामी हिंद महाराष्ट्र के अध्यक्ष रिजवानुर्रहमान खान ने मुख्यमंत्री महाराष्ट्रा को एक पत्र लिख कर मूसलाधार बारिश और सैलाब से किसानों की फसल की बर्बादी और बड़े पैमाने पर देहातों, शहरों और अतराफ़ में होने वाली तबाही के कारण आम जनता को होने वाली तकलीफों की ओर तवज्जो दिलाई है।पत्र में लिखा गया है के…
महाराष्ट्र में मूसलाधार बारिश ने कोरोना के हालात थमने से पहले ही कई जगहों पर जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. कई जगह फसल बर्बाद हो गई है। बाढ़ ने कई घरों और झोपड़ियों को बहा दिया है। छोटे व्यापारियों के लिए अपना कारोबार चलाना असंभव हो गया है। मजदूरों के हाथ काम नहीं रहा। शासकीय अस्पताल में दवाओं की अपर्याप्त आपूर्ति के कारण, गरीबों को मजबूरन निजी अस्पतालों में इलाज कराना पड़ता है जो उनकी पहुंच से बाहर है। फसल खराब होने का पंचनामा तेजी से नही हो पा रहा है.
महाराष्ट्र के कोने-कोने में फैले जमात-ए-इस्लामी हिंद के कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने इलाकों में जमीनी हालात पर चिंता जताई है. ऐसे में जमात-ए-इस्लामी हिंद, महाराष्ट्र की कल्याणकारी सरकार और संवेदनशील मुख्यमंत्री से निम्नलिखित मांगें कर रहा है.
- किसानों के फसल नुकसान का पंचनामा और मदद का वितरण अविलंब पूरा किया जाए।
- कच्चे मकानों और झोपडि़यों को हुए नुकसान की जांच कराकर उन्हें तत्काल वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाए।
- किसानों और छोटे व्यापारियों को ब्याज मुक्त कर्ज देकर फिर से जीने का मौका दिया जाए।
- कोविड के दौरान मरने वाले सरकारी कर्मचारियों के बच्चों को अनुकंपा के आधार पर प्राथमिकता के साथ सरकारी सेवा में समायोजित किया जाए। दुर्भाग्य से, इस काम को ज्यादा गति नहीं मिली है। मुख्यमंत्री महोदय को इसका व्यक्तिगत संज्ञान लेना चाहिए और संबंधित के बच्चों को तत्काल सरकारी सेवा में शामिल करना चाहिए।
- ग्रामीण और शहरी सड़कों की खराब स्थिति। इसके चलते हादसों में कई जानें जा रही हैं। इसे ध्यान में रखते हुए तत्काल सड़क मरम्मत का काम शुरू किया जाए।
- सरकार द्वारा कोविड काल में अनाथों के कल्याण के लिए घोषित योजना के क्रियान्वयन में भी तेजी लाई जाए।
आपका विश्वासी
रिजवानुर रहमान खान,
अध्यक्ष, जमात-ए-इस्लामी हिंद,
महाराष्ट्र।
