सरकार की मंशा के तहत ही होगा पठन-पाठन
हरदोई।
कोविड-19 के बीच सरकारी स्कूल खुलने लगे हैं। प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में बच्चों को गाइडलाइन के तहत ही आने दिया जाए, स्कूलों और रसोईयों की साफ-सफाई का ध्यान रखना होगा। कायाकल्प के तहत काम आधा-अधूरा है, वहां की सूचना तुरंत दी जाए।
कोविड-19 के चलते एक अरसे से सरकारी स्कूलों में बच्चों के आने पर रोक थी। ई-पाठशाला लगा कर उन्हें पढ़ाया जा रहा था। सरकार ने 24 अगस्त से उच्च प्राथमिक और एक सितंबर से प्राथमिक स्कूलों में बच्चों के आने पर लगी रोक हटा ली है। स्कूलों में सरकारी मंशा के तहत काम हो,इसी को लेकर बावन ब्लाक के उच्च प्राथमिक विद्यालय सधई बेहटा में शुक्रवार को शिक्षक संकुल की बैठक हुई। एनपीआरसी संतोष कुमार ने बैठक में शामिल प्रधानाध्यापको, इंचार्ज अध्यापकों व शिक्षको की बैठक हुई। एनपीआरसी ने बताया कि बच्चों की अॉफ लाइफ पढ़ाई शुरू हो चुकी है। स्कूलों की साफ-सफाई दुरुस्त कर लें।दो गज़ की दूरी, माक्स है ज़रूरी के साथ-साथ कोविड-19 के सभी नियमों को अपनाना ज़रूरी है। रसोई,कक्षा-कक्ष, शौचालय, ई-लर्निंग लाइब्रेरी और हैंडवाश यूनिट की सफाई सुनिश्चित कराएं। रसोईयों को साबुन और सेनीटाईज़र का बराबर इस्तेमाल करते रहने को कहा। शिक्षक डायरी में कार्य योजना तैयार कर उसी के तहत शिक्षण कार्य हो। आधारशिला, माड्यूल, ध्यानाकर्षण और दिए गए प्रशिक्षणों को ध्यान में रखते हुए शिक्षण कार्य कराएं। बैठक में विजय बहादुर, मनीष राठौर, सत्येन्द्र श्रीवास्तव,अजय कुमार मिश्र,मंजूषा रानी, तरन्नुम ख़ातून, सोमेन्द्र प्रताप सिंह, राजेश्वर सिंह तोमर,शराफत अली, राघवेन्द्र विक्रम सिंह, राजीव शुक्ला आदि शिक्षक व शिक्षिकाएं शामिल रहीं।