मध्य प्रदेश: हमारी आवाज़, 31 दिसंबर// मंदसौर जिले के डोराना गांव की मस्जिद पर सांप्रदायिक तत्वों ने उस वक्त हमला कर दिया यहां तक कि उसकी गुंबद पर चढ़कर तोड़फोड़ की जब वह अयोध्या में बन रही राम मंदिर के लिए रैली निकालकर चंदा कर रहे थे तभी उस रैली में शामिल बजरंग दल और हिंदू विश्व हिंदू परिषद के मनबढ़ कार्यकर्ताओं ने वहां मस्जिद में हनुमान चालीसा पढ़ना शुरू कर दिया और वहां के मुस्लिम घरों में तोड़फोड़ शुरू कर दी मामला आगे बढ़ा दोनों में कहासुनी हुई यहां तक कि मनबढ़ तत्वों ने मस्जिद के छत पर चढ़कर गुंबद में तोड़फोड़ की. वहां की मकामी पुलिस ने 5 लोगों की तारीख की पुष्टि की है पुलिस ने बताया कि हालात हमारे यहां पर काबू में है. तनाव को रोकने के लिए पुलिस फोर्स मौजूद है जो एक अच्छा कदम है. इस तरह की वारदात से अल्पसंख्यक समाज बेचैनी महसूस कर रही है जिस को दूर करना हुकूमत की पहली जिम्मेदारी होनी चाहिए .मगर सबसे बड़ा सवाल यह है बजरंग दल और बीएचपी के कार्यकर्ताओं को यह हौसला मिलता कहां से हैं. क्या इनको कानून से कोई डर नहीं लगता या इनको कानून से संरक्षण मिलता है. हुकूमत भी कोई खास कदम नहीं उठाती जिसकी वजह से बार-बार ऐसी वारदातें होती हैं ऐसी घटनाओं को देख और सुनकर जनता का भरोसा लोकतंत्र और कानून से उठ जाता है
ऊपर कहीं गई हुई बातों को एक मीटिंग में मौलाना नईमुद्दीन फैजी बरकाती ने कहा है उन्होंने हमारी आवाज से बात करते हुए शिवराज चौहान सरकार और केंद्र सरकार से अपील की है कि मस्जिद में और मुसलमानों के घरों में तोड़फोड़ करने वाले दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलवाने का प्रावधान करें ताकि आगे इस तरह की गतिविधियों पर लगाम लगाया जा सके और लोकतंत्र और कानून की हुकूमत को बहाल किया जा सक