धार्मिक

मस्अला: मुर्दा का अकीका करना कैसा है

जिसका इंतिका़ल हो जाए उसका अ़की़का़ करना कैसा है?

ह़सन रजा़, मोरबी, गुजरात।
98242 92275


अल-जवाब

जिसका इंतिका़ल हो जाए उसकी तरफ से अकी़का़ नहीं किया जा सकता है, अलबत्ता ईसाले सवाब के लिये कु़र्बानी कर सकते हैं।

सरकारे आला हज़रत अजी़मुल बरकत इमाम अह़मद रजा़ खा़न फा़ज़िले बरैलवी अलैहिर्रहमा फरमाते हैं कि “मुर्दे का अ़की़का़ नहीं, कि वोह शुक्रे विलादत है। बख़िलाफ कु़र्बानी के इसालै सवाब है।”
[फतावा रज़विया, जिल्द 28, सफा़ 593]
वल्लाहु अअ़्लम।▪️

✍️ ज़फ़र नूरी अज़हरी
[मुफ़्तिए ग्वालियर चम्बल सम्भाग]
5, जुलाई 2021
98276-88786

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