इस साल दारुल उ़लूम अनवारे मुस्तफा सेहलाऊ शरीफ, बाड़मेर, राजस्थान में 21 मार्च 2021 ईस्वी दिन: इत्तवार मौजूदा वबाबई बीमारी को नज़र में रखते हुए इंतिहाई महदूद पैमाने पर क़ुतबे थार हज़रत पीर सय्यद हाजी अ़ाली शाह बुखारी अलैहिर्रहमा का 153 वाँ, हज़रत पीर सय्यद अ़लाउद्दीन शाह बुखारी अ़लैहिर्रहमा का 49 वाँ और बानी-ए- दारुल उ़लूम अनवारे मुस्तफा हज़रत पीर सय्यद कबीर अहमद शाह बुखारी अ़लैहिर्रहमा का सातवाँ उ़र्से बुखारी अ़क़ीदत व एहतिराम के साथ मनाया गया|
सबसे पहले बाद नमाज़े ज़ुहर दारुल उ़लूम की अ़ज़ीमुशशान ग़रीब नवाज़ मस्जिद में इज्तिमाई कु़रआन ख्वानी व मज्लिसे ईसाले सवाब मुन्अ़क़िद की गई ,
फिर बाद नमाज़े अ़स्र चादर पोशी का प्रोग्राम शुरू हुआ,जुलूसे चादर दारुल उ़लूम के दारुल हदीस से साहिबे सज्जादा नूरुल उ़ल्मा पीरे तरीक़त हज़रत अ़ल्लामा अल्हाज स्ययद नूरुल्लाह शाह बुखारी और आपके बिरादरान नीज़ सादाते किराम व उ़ल्मा-ए-ज़विल एहतिराम की क़यादत में यहां के रस्म के मुताबिक सिंधी मौलूद शरीफ गुनगुनाते हुए रवाना होकर दरगाह शरीफ पहुंचा और दरगाह में आराम फरमा सभी बुजुर्गाने दीन के आस्तानों पर चादर पोशी व गुल पाशी की गई, उसके बाद इज्तिमाई फातिहा ख्वानी और सलातो सलाम के बाद उर्स में तशरीफ लाए सभी ज़ायरीन और जुम्ला मुसलमानाने अ़ालम के हक़ में दुआएं की गई, बिलखुसूस मौजूदा वबाई मर्ज़ व जुम्ला अमराज़े रूहानी व जिस्मानी से हिफाज़त के लिए भी दुआ की गई, बाद नमाजे मग़्रिब फौरन एक दीनी व इस्लाही प्रोग्राम हुआ जिस में हज़रत मौलाना मुहम्मद क़ासिम साहब दिलकश अशरफी ने इलाक़ा-ए- थार में सादाते बुखारिया की आमद, उनकी खिदमात व करामात और हज़रत मौलाना मुहम्मद जमालुद्दीन साहब क़ादरी अनवारी ने इसलाहे मुआ़शरा पर बहुत ही उ़म्दा तक़रीर की… आखिर में साहिबे सज्जादा पीरे तरीक़त हज़रत अ़ल्लामा अल्हाज स्ययद नूरुल्लाह शाह बुखारी मद्द ज़िल्लहुल आ़ली ने अपने दुआ़इया व नासिहाना खिताब से नवाजा़, आपने अपने खिताब में इस्लाहे आमाल पर खूब जोड़ दिया और लोगों को अरकाने इस्लाम बिल खुसूस नमाज़े पंजगाना बा जमाअ़त पढ़ने की ताकीद की और साथ ही साथ इस साल बा ज़ाब्ता दावत दिए बगैर कसीर तादाद में उ़र्स की तकरीबात में शिरकत फरमाने वाले सभी उ़ल्मा-ए- किराम,सादाते ज़विल
एहतिराम व अ़वामे अहले सुन्नत (ज़ायरीन) का शुक्रिया अदा किया, मुख्तलिफ तल्बा व नअ़त ख्वानाने रसूल बिल खुसूस वासिफे शाहे हुदा हज़रत मौलाना रोशनुद्दीन साहब क़ादरी अशफाक़ी व बुलबुले बागे़ मदीना हज़रत मौलाना क़ारी मुहम्मद जावेद साहब सिकन्दरी अनवारी ने नअ़त व मनक़बत के अशआ़र पेश किए! निज़ामत के फराइज़ हज़रत मौलाना अ़ब्दुस्सुब्हान साहब मिस्बाही ने अंजाम दिए, सलातो सलाम और क़िब्ला सय्यद साहब की दु़आ़ पर यह मज्लिसे सईद नमाज़े इशा से पहले इख्तिताम पज़ीर हुई|
रिपोर्ट: हबीबुल्लाह क़ादरी अनवारी
ऑफिस इंचार्ज: दारुल उ़लूम अनवारे मुस्तफा सेहलाऊ शरीफ, बाड़मेर (राजस्थान)