नवादा(प्रेस विज्ञप्ति) । आज कई महीने बीत जाने के बावजूद ई शिक्षा कोष पोर्टल पर शिक्षक उपस्थिति बनाने में सफल नहीं हो पा रहे हैं, जिसके कारण शिक्षकों का कीमती समय उपस्थिति दर्ज करने में बर्बाद हो रहा है। कभी लोकेशन ऑन नहीं होता, तो कभी किसी का नाम के आगे तस्वीर किसी दूसरे शिक्षक की दिखाई देती है। पिछले रविवार, 27 अक्टूबर को उर्दू माध्यम स्कूलों के शिक्षकों को ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने में काफी परेशानी हुई, लेकिन शिक्षक आईडी से उपस्थिति नहीं बन पाई और यह दिखाया गया कि साप्ताहिक अवकाश है। ऐसे में उर्दू माध्यम स्कूलों के शिक्षक मानसिक तनाव में हैं।
उपरोक्त विचारों का इजहार मौलाना मोहम्मद जहानगीर आलम महजूरल क़ादरी अध्यक्ष बिहार राज्य उर्दू टीचर्स एसोसिएशन नवादा ने अपने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर के किया है। महजूरल क़ादरी ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री एस सिधार्थ से अनुरोध किया कि पहले इस ऐप में मौजूद सभी खामियों को दूर किया जाए, उसके बाद ऑनलाइन उपस्थिति बनाने का आदेश जारी किया जाए। जब तक ई शिक्षा कोष ऐप की खामियां दूर नहीं कर ली जाती हैं, तब तक पूर्व की भांति की उपस्थिति रजिस्टर पर ही उपस्थिति बनाने का आदेश जारी किया जाए।
क्योंकि ऑनलाइन उपस्थिति बनाने में शिक्षकों का जो घंटों समय बर्बाद होता है, उसका छात्रों की शिक्षा पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। खासकर उर्दू माध्यम स्कूलों के लिए इस ऐप में कुछ ऐसा संशोधन किए जाने चाहिए कि शुक्रवार के दिन, जो उर्दू माध्यम स्कूलों में साप्ताहिक अवकाश का दिन है, week off दर्ज हो और रविवार के दिन उर्दू माध्यम स्कूलों के शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति आसानी से बन सके। महजूरल क़ादरी ने उम्मीद जताई है कि इन महत्वपूर्ण पहलुओं पर अपर मुख्य सचिव और शिक्षा मंत्री जरूर ध्यान देंगे और जल्द ही ऐप की सारी खामियां दूर कर ली जाएंगी।
