गोरखपुर। सब्जपोश हाउस मस्जिद जाफरा बाज़ार में महाना दीनी महफ़िल हुई। क़ुरआन-ए-पाक की तिलावत से आगाज़ हुआ। पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की शान बयान की गई।
मुख्य वक्ता मुफ्ती-ए-शहर अख़्तर हुसैन मन्नानी ने कहा कि पैग़ंबरे इस्लाम पूरी दुनिया के रहनुमा व सरदार हैं। आपने समाज से हर तरह की कुरीतियों और अशांति को दूर किया। आप रहमतुल्लिल आलमीन (समस्त दुनिया के लिए रहमत) हैं। आपका पवित्र चरित्र गुण दरअसल सहिष्णुता की सरिता है जिसमें सौहार्द का सतत प्रवाह है। आपका व्यक्तित्व सत्य और सद्भावना का संस्कार है तो कृतित्व इस संस्कार के व्यवहार की विमलता का विस्तार। आप चूंकि तौहीद व धार्मिक सहिष्णुता के पक्षधर हैं, लिहाजा किसी भी किस्म के फसाद को, जो सामाजिक सौहार्द के ताने-बाने को छिन्न-भिन्न कर देता है, नापसंद फरमाते हैं। आप शांति और चैन के हिमायती हैं और मानते हैं कि समाज की खुशहाली की इमारत बंधुत्व की बुनियाद पर ही निर्मित हो सकती है। अल्लाह फसाद करने वालों से मुहब्बत नहीं करता। अल्लाह एहसान करने वालों यानी सौहार्द बढ़ाने वालों से मुहब्बत करता है।
अंत में सलातो सलाम पढ़कर मुल्क में शांति, तरक्की व भाईचारगी की दुआ मांगी गई। शीरीनी बांटी गई। महफ़िल में हाफिज रहमत अली निजामी, हाजी बदरूल हसन, मुख्तार अशरफी, हाजी सलीम, रूशान, मो. इरफान, मो. अरीब, मो. आयान, मो. आसिफ, कारी मोहम्मद अनस क़ादरी आदि मौजूद रहे।