मदरसा रज़ा-ए-मुस्तफा मिठे का तला, धनाऊ, बाड़मेर के वसीअ़ व अ़रीज़ ग्राउंड में 29 सितंबर 2024 ईस्वी इतवार को एक अ़ज़ीमुश्शान इज्लास बनाम “जश्ने ईद मिलादुन्नबी व अ़ज़मते मुस्तफा कांफ्रेंस” का इन्इक़ाद हुआ।
इस जल्से को कामयाब बनाने के लिए मदरसा रज़ा-ए- मुस्तफा मिठे का तला,सीरत कमेटी इटादा,बहाउद्दीन ज़करिया कमेटी कोनरा व कोनरा विलायत शाह और तालसर कमेटी ने मुश्तरका तौर पर खूब खूब तआ़वुन किया।
यह मदरसा सन् 2005 से राजस्थान मदरसा बोर्ड से मान्यता प्राप्त है।
जिसमें तक़रीबन दो सौ बच्चे ज़ेरे तालीम हैं ।
जिनमें एक सौ बीस बच्चियां पढ़ रही हैं ।
इस मदरसे की मुकम्मल देख रेख की ज़िम्मेदारी हज़रत मौलाना उ़बैदुल्लाह साहब क़ादरी उ़र्फ पीराना खान के सर है।
और मौलाना मौसूफ बहुत ही उ़म्दा व अहसन अंदाज़ में एहतिमाम व इंसिराम की ज़िम्मेदारी निभा रहे हैं।
जो कि काबिले तारीफ और सुन्नियों के लिए बड़े नाज़ की बात है।
प्रोग्राम की शुरुआ़त तिलावते कलामे रब्बानी से हुई ।
बाद में मदरसा के नन्हे -मुन्ने बच्चों का बहुत शानदार प्रोग्राम हुआ ।
मदरसा की एक बहुत ही प्यारी गुड़िया ने सभी के दिलों को छूने वाला बयान दिया और औ़रतों की तालीम व तर्बियत को अपनी तक़रीर का मौज़ूअ़ बनाया।
इस बयान को सुनकर लगा वाकई “इल्म एक नूर है”
इस जल्से में पीरे तरीक़त नूरुल उ़ल्मा हज़रत अ़ल्लामा पीर सय्यद नुरुल्लाह शाह बुखारी मद्ज़िल्लहुल आ़ली सेहलाऊ शरीफ़ ,
ताजुल उ़ल्मा हज़रत अ़ल्लामा ताज मुहम्मद साहब खारची,
मुफ्ती मुहम्मद आ़लमगीर साहब रिज़वी जामिया इस्हाकिया जोधपुर ,
हज़रत मौलाना अल्लाह बख्श अशरफी नागौर,
मौलाना अ़लीमुद्दीन साहब, मौलाना क़ासिम दिलकश अशरफी, मौलाना अय्यूब साहब, मौलाना कमालुद्दीन जैसे बा वकार सुन्नी आलिमों का बेहतरीन नायाब खिताब हुआ ।
मुफ्ती आ़लमगीर साहब ने बेहतरीन आ़लिमाना तक़रीर के दौरान बच्चों को तालीम से जोड़ने और सही तहज़ीब में ढालने की तलक़ीन की।
हाफ़िज़ अल्लाह बख्श अशरफी साहब ने भी हर हाल में शिक्षा से जुड़ाव रखने और दीन की डोरी को मज़्बूती से पकड़े रखने की अपील करते हुए दीनी मदरसों को उरूज़ व कमाल पर लाने की गुज़ारिश की।
इसकी अगली कड़ी में प्रोग्राम की सदारत कर रहे मौलाना ताज मुहम्मद साहब ने बहुत ही मुख्तसर वक़्त में ज़ामे अल्फाज में क़ौम को बेदार होने की बात की ।
और कहा कि अल्हम्दु लिल्लाह हमारी क़ौम में काफी सुधार हुआ है।और भी कई गुना सुधार की ज़रूरत है वह हमें बड़ी यकजहती के साथ सुधार करना होगा।
खुसूसी खतीब पीरे तरीक़त हज़रत अ़ल्लामा अल्हाज सय्यद नूरुल्लाह शाह बुखारी ने बहुत ही मुख्लिसाना तौर पर क़ौम से मुखातब होते हुए कहा कि आप हज़रात दीनी माहौल पैदा करें।
और अपने बच्चों को दीनी और दुनियावी दोनों तालीम से आरास्ता करें जिसकी इस दौर में सख्त ज़रूरत है।
साथ ही साथ आप ने हर तरह की बुराइयों से बचने बिल खुसूस बेहयाई और बुरी आदतों जैसे नशा आवर चीज़ों से बचने की खुसूसी ताकीद की।
इन हज़रात के अ़लावा मौलाना अय्युब साहब, मौलाना क़ासिम दिलकश अशरफी, मौलाना अ़लीमुद्दीन क़ादरी ने भी अपने-अपने तास्सुरात पेश किये।
स्टेज़ संचालन मौलाना कमालुद्दीन ने किया।
मौलाना उ़बैदुल्लाह साहब क़ादरी ने सभी पधारे मेहमानों और मदरसा के तआ़वुन करने वालों का शुक्रिया अदा किया।
खुसूसी नअ़त ख्वानी का शर्फ मद्दाहे रसूल हज़रत मौलाना क़ारी मुहम्मद जावेद सिकंदर अनवारी व वासिफे शाहे हुदा हज़रत क़ारी अ़ताउर्रहमान क़ादरी अनवारी ने हासिल किया।
इस प्रोग्राम को ज़ीनत बख्शने में सैयद सोहबत अ़ली शाह मटारी आ़लमसर, सैयद भूरे शाह बुखारी भंवार,मौलाना हाजी इलमुद्दीन, मौलाना वली मुहम्मद बिजराड़, मौलाना हैदर अ़ली चिचड़ासर, मौलाना हमजा खान मदरसा सोलंकिया, मौलाना हबीबुल्लाह क़ादरी, मौलाना मोहम्मद हुसैन क़ादरी,मौलाना खालिद रजा ,मौलाना अ़ली मुहम्मद सोड़ियार, पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष हाजी फतेह खान, वर्तमान कांग्रेस जिलाध्यक्ष गफूर अहमद, एडवोकेट शाकर खान समेजा, मौलाना अ़ब्दुल हलीम इमाम जामा मस्जिद कोनरा , ताहिर मौहम्मद सरपंच इटादा, हुसैन खान सरपंच बूठ राठौड़ान,मौलाना गुलाम रसूल इमाम इटादा, हकीम खान गोहड़ का तला,के साथ बहुत से उ़ल्मा- ए- थर व सादाते किराम का जम्मे ग़फीर मौजुद रहा।
और सुन्नी सहीहुल अ़क़ीदा अ़वाम का जबरदस्त हुजूम उमड़ पड़ा।
सवा दो बजे सलातो सलाम और पीर साहब की खुसूसी दुआ़ के साथ प्रोग्राम का इख्तिताम हुआ।
रिपोर्ट:जामीन खान समेजा